निगरानी रखने के लिए चीन ने बनाया पक्षी जैसा ड्रोन, जानिए खासियत
बीजिंगः चीन ने निगरानी के लिए एक पक्षी के आकार का ड्रोन तैयार किया है। पक्षियों के साथ उड़ते हुए इस ड्रोन को पहचानना आसान नहीं रहता। चीन के एक अखबार के मुताबिक, Dove जासूसी पक्षी कार्यक्रम में रविवार को बताया गया कि चीन ने 30 से अधिक ऐसे ड्रोन तैयार कर लिए हैं जिनका प्रयोग सैन्य और सरकारी एजेंसियों द्वारा किया जा रहा है। इन ड्रोन के माध्यम से हाल ही के कुछ सालों में चीन की सरकार अपने पांच से अधिक सूबों पर नजर रख रही है।
अपने नागरिकों पर निगरानी कर रहा है चीन
चीनी अखबार की रिपोर्ट में कहा गया है कि वेस्टर्न चीन में मंगोलिया, रसिया, कजाकिस्तान में मुस्लिम जनसंख्या अधिक है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन की सरकार इन इलाकों में इस ड्रोन की मदद से नजर रख रही है। इन इलाकों में चीनी सरकार को अलगाववाद का डर है।
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प्रोजेक्ट का नाम Dove रखा गया है
पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना ने एक नए प्रकार के निगरानी ड्रोन को तैनात किया है जो वास्तविक पक्षियों की इतनी बारीकी से नकल कर सकता है कि जब वे उनसे मिलते हैं तो उन्हें मूर्ख बना सकते हैं। दक्षिण चीन मॉर्निंग पोस्ट ने "पड़की या Dove" जासूसी पक्षी कार्यक्रम पर रविवार को बताया कि सूत्रों ने हांगकांग स्थित प्रकाशन को बताया कि 30 से अधिक सैन्य और सरकारी एजेंसियों ने उड़ान मशीनों का उपयोग किया था। इस जासूस ड्रोन का नाम चीनी सरकार ने Dove रखा है।
पहली बार 2012 में बनाया गया था ये ड्रोन
इस प्रोजक्ट पर अभी काफी काम करना है। इसके बारे में जियान में नॉर्थवेस्टर्न पॉलिटेक्निकल यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर सांग बिफेंग ने कहा है कि इसमें अभी पक्षियों जैसा होने की कमी है। ये तेज हवाओं और लंबी दूरी को अभी तय करने में असमर्थ है। ये खराब मौसम में नहीं उड़ सकता है और तेज हवाएं चलने पर दुर्घटनाग्रस्त भी हो सकता है। इस ड्रोन को सबसे पहले साल 2012 में बनाया गया था। इसे बाज के आकार का बनाया गया था। ये एक रोबोट पक्षी था। उस समय इसे टियां यिंग का नाम दिया गया था। साल 2017 आते -आते इसमें काफी बदलाव कर लिए गए। पहले ये महज दस मिनट की दूरी तय कर पाता था। लेकिन अब ये घंटों आसमान में रह सकता है।
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