नैन्सी की आड़ में 'ड्रैगन' की बड़ी प्लानिंग, ताइवान ने कहा, हम पर करेगा 'आक्रमण'! डरा रहा है चीन
ताइवान के विदेश मंत्री ने कहा कि चीन ने अमेरिकी हाउस स्पीकर नैन्सी पेलोसी की ताइपे की यात्रा का इस्तेमाल ताइवान में जंग छेड़ने के लिए कर रहा है। उनकी यात्रा की आड़ में बीजिंग हम पर आक्रमण करने की प्लानिंग कर रहा है।
बीजिंग/ताइपे, 9 अगस्त : अमेरिकी हाउस स्पीकर नैन्सी पेलोसी की ताइवान यात्रा के बाद से ताइपे को लेकर चीन ने आक्रामक रूख अख्तियार कर लिया है। वहीं, ताइवान के विदेश मंत्री का कहना है कि, चीन नैन्सी के बहाने ताइवान पर युद्ध थोपना चाहता है। बता दें कि, नैन्सी पेलोसी की ताइवान यात्रा से चीन अमेरिका और ताइवान दोनों से खासा नाराज नजर आ रहा है।
नैन्सी तो बहाना है ताइवान निशाना है
ताइवान के विदेश मंत्री जोसेफ वू ने कहा कि, चीन नैन्सी पेलोसी की ताइवान यात्रा के बहाने देश पर हमला कर सकता है। चीन ताइवान जलडमरूमध्य में यथास्थिति को बदलने का लक्ष्य बना रहा है, जोसेफ वू ने मंगलवार को ताइपे में एक ब्रीफिंग में यह बात कही। उन्होंने आगे चीनी सैन्य गतिविधियों को लेकर चिंता जताई और कहा कि, बीजिंग आक्रमण भी कर सकता है।
चीन बिगाड़ने में लगा हुआ है
ताइवान के विदेश मंत्री जोसेफ वू ने कहा, "ताइवान जलडमरूमध्य (The median line) की मध्य रेखा ने दशकों तक यथास्थिति को बनाए रखा है, और यह जलडमरूमध्य में यथास्थिति का प्रतीक है लेकिन पिछले कुछ दिनों से चीन सैन्य अभ्यास के नाम पर इस यथास्थिति को बिगाड़ने के खेल में लगा हुआ है। इससे ताइवान की सुरक्षा प्रभावित हो रही हैा
चीन ने ताइवान को डराने के लिए 120 विमान भेजे
बता दें कि, नैन्सी पेलोसी के ताइवान से जाने के बाद चीन ने बुधवार से लेकर रविवार तक 120 से अधिक लड़ाकू विमानों को मध्य रेखा के पार भेजे हैं। हालांकि, ताइवान ने भी चीन के खिलाफ विमानों और जहाजों को तैनात कर दिया। साथ ही रेडियो चेतावनी जारी किया और चीन की गतिविधियों की निगरानी के लिए ताइवान ने भी भूमि आधारित मिसाइल सिस्टम तैनात कर दिया।
सैन्य अभ्यास के बहाने ताइवान पर दबाव बना रहा चीन
चीन की सेना ने सोमवार को ताइवान के पास एक नए सैन्य अभ्यास की घोषणा की है। जानकारी के मुताबिक, चीन सैन्य अभ्यास के नाम पर ताइपे पर दबाव बनाना चाहता है। बीजिंग ने 50 साल पहले ताइवान की सरकार को औपचारिक रूप से मान्यता नहीं देने की प्रतीज्ञा की थी। वहीं अमेरिका की नैन्सी पेलोसी की चीन यात्रा से बीजिंग काफी नाराज है, क्योंकि वह ताइवान पर अपना दावा करता है।
बलपूर्वक हासिल करना चाहता है ताइवान को
खबरों की माने तो चीन सैन्य अभ्यास के नाम पर ताइवान पर कब्जा करना चाहता है। वैसे भी चीन ताइवान को एक प्रांत ही मानता है। उसने कभी भी ताइवान को एक अलग देश का दर्जा नहीं दिया है। उसका साफ कहना है कि, अगर जरूरत पड़ी तो वह बलपूर्वक ताइवान को हासिल कर लेगा।