चीन की एक और 'गंदी हरकत', विवादित साउथ साइन सी में डाल रहा इंसानों का मल
नई दिल्ली, 13 जुलाई: पूरी दुनिया में कोरोना वायरस फैलाने के बाद भी चीन सुधरने का नाम नहीं ले रहा है। अब एक और चिंताजनक रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें बताया गया कि चीन लगातार दक्षिणी चीन सागर में प्रदूषण फैला रहा है। इसमें सबसे ज्यादा इंसानों का मल (ह्यूमन वेस्ट), सीवेज का गंदा पानी शामिल है। वैसे चीन कई सालों से ये करता आ रहा है, लेकिन मल का ढेर जमा होने के कारण ये घटना अब सैटेलाइट की पकड़ में आई है। साथ ही इसकी कुछ तस्वीरें भी सार्वजनिक की गई हैं।
एल्गल ब्लूम पनप रहे
WION चैनल की रिपोर्ट के मुताबिक चीन जो गंदगी समुद्र में डाल रहा है, उसका सबसे ज्यादा असर समुद्री जीवों पर पड़ रहा है, क्योंकि उस पूरे इलाके में खतरनाक एल्गल ब्लूम पनप रहे हैं। मामले में अमेरिकी विशेषज्ञ ने कहा कि दक्षिण चीन सागर पर शुरू से ही विवाद रहा है। जिस वजह से दूसरे देश वहां पर ज्यादा एक्टिव नहीं हैं। चीन इसी का फायदा उठाकर वहां पर अंधाधुंध प्रदूषण फैला रहा है। हालांकि उसकी ये करतूत आसमान से सैटेलाइट ने कैद कर ली। अगर चीन नहीं सुधरा तो पूरे इलाके का पानी बहुत ज्यादा जहरीला हो जाएगा, जिस वजह से वहां के जलीय जीव खत्म हो जाएंगे।
17 जून को दिखे 236 जहाज
मामले में सैटेलाइट इमेजरी विश्लेषण के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक बनाने वाली सॉफ्टवेयर कंपनी सिम्युलैरिटी इंक के प्रमुख लिज़ डेर ने बताया कि उनकी टीम ने पांच साल के सैटेलाइट इमेज की जांच की। जिसमें मानव अपशिष्ट, सीवेज समेत काफी गंदगी दिखी। साथ ही स्प्रैटली क्षेत्र में चट्टानों के समूह पर गंदे शैवाल नजर आए। सिर्फ बीते 17 जून को एटोल में कम से कम 236 जहाजों को देखा गया, जो गंदगी डंप करने आए थे। सैकड़ों जहाज जो स्प्रैटली में लंगर डाले हुए हैं, वो भी वहां पर कब्जा कर गंदगी को समुद्र में डाल रहे हैं। डेर के मुताबिक जब जहाज नहीं चलते हैं, तो वहां पर मल का ढेर लग जाता है।
फिलीपींस करेगा विरोध
सबूत सामने आने के बाद भी चीनी अपनी गलती मानने को तैयार नहीं हैं। इस मुद्दे पर चीनी अधिकारियों ने कहा कि वो दक्षिण चीन सागर के प्रति सजग हैं और वहां पर ऐसा कोई काम नहीं करते हैं, बल्कि उनकी ओर से उस इलाके में जलीय जीवों के संरक्षण के लिए कई कदम उठाए गए। वहीं फिलीपींस की राजधानी मनीला में विदेश मामलों के विभाग ने कहा कि वो इस मामले में चीन का विरोध करेंगे, लेकिन उससे पहले वो खुद इस रिपोर्ट को सत्यापित करना चाहेंगे।
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