भारत को झटका देकर भूटान ने चीन के साथ किया समझौता, चीनी मीडिया ने भारत को दी चेतावनी
चीन और भूटान के बीच काफी अहम समझौता हुआ है, जो भारत के लिए संकट पैदा करने वाला है। वहीं, इस डील के बाद चीनी मीडिया ने भारत को चेतावनी दी है।
बीजिंग, अक्टूबर 16: चीन और भूटान के बीच तीन अहम मुद्दों को लेकर बड़ा समझौता हुआ है, जिसके बाद अब चीनी मीडिया ने भारत को नसीहत देते हुए इस डील से दूर रहने को कहा है। भारत और चीन दोनों के लिए ही भूटान काफी ज्यादा अहम है और डोकलाम में भारत और चीन की फौज काफी दिनों तक आमने-सामने रह चुकी है। भूटान में अपना पैर पसारने की कोशिश में लगे चीन को अब जाकर बड़ी कामयाबी हाथ लगी है, लिहाजा चीन के भारत के लिए बकायदा एक नसीहत जारी कर दी है।
चीन-भूटान अहम समझौता
चीन और भूटान के बीच 'थ्री स्टेप रोडमैप' के जरिए सीमा विवाद सुलझाने की कोशिश की गई है, जिसको लेकर भारत की तरफ से बेहद सधी हुई प्रतिक्रिया दी गई है, वहीं चीन की सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स ने कहा है कि, चीन और भूटान के बीच हुए इस समझौते के बाद दोनों देशों के बीच चल रहे सीमा विवाद को सुलझाने में काफी मदद मिलेगी और दोनों देशों के बीच चल रहा तनाव कम होगा। वहीं, भारत और भूटान के बीच काफी अच्छी दोस्ती है, लिहाजा चीन को डर है कि चीन-भूटान समझौते में भारत खलल डाल सकता है। चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने विश्लेषकों के हवाले से लिखा है कि, चीन-भूटान के बीच वर्तमान गतिरोध को तोड़ने और दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की नींव रखने की दिशा में ये एक मबहत्वपूर्ण कदम उठाया गया है।
भारत को लेकर परेशान चीन
ग्लोबल टाइम्स ने अपने संपादकीय में लिखा है कि, ''2017 में डोकलाम गतिरोध में उसने (भारत) जो किया, उसके विपरीत भारत के पास सीमावर्ती क्षेत्रों में परेशानी पैदा करने के कम मौके या बहाने हो सकते हैं, जब चीन और भूटान के बीच सीमा वार्ता में महत्वपूर्ण सुधार होता दिख रहा है, तब भारत चीन और भूटान के बीच दरार पैदा कर सकता है''। चीन के विदेश मामलों के सहायक मंत्री, वू जियानघाओ और भूटान के विदेश मंत्री, ल्योंपो टांडी दोरजी ने वर्चुअल बैठक के दौरान समझौते पर हस्ताक्षर कए हैं। जिसमें भूटान-चीन सीमा वार्ता में तेजी लाने के लिए तीन-चरणीय रोडमैप पर समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गये हैं।
भूटान के साथ राजनयिक संबंधों को बढ़ावा
ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है कि, चीन और भूटान के बीच पारंपरिक दोस्ती प्राचीन काल से चली आ रही है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, चीन ने उम्मीद जताई है कि, दोनों देशों के बीच एमओयू सीमांकन पर बातचीत को तेज करने और दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध स्थापित करने की प्रक्रिया को बढ़ावा देने में सार्थक योगदान देगा। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, भूटान के विदेश मंत्री ल्योंपो टांडी दोरजी ने कहा कि, भूटान चीन के साथ समझौता ज्ञापन को लागू करने के लिए काम करेगा, सीमांकन पर बातचीत को आगे बढ़ाएगा और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध होगा।
डोकलाम में भूटान के साथ था भारत
आपको बता दें कि, भूटान उन देशों में से एक है, जिनके पास चीन के साथ भूमि सीमा के मुद्दे अनसुलझे हैं। ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है कि, समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करना महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह मुद्दों को सुलझाने में दोनों देशों के लिए एक बड़े कदम का प्रतिनिधित्व करता है। आपको बता दें कि, डोकलाम में जब चीन के सैनिक पहुंच गये थे, तो फिर भारत ने भूटान की मदद के लिए अपने सैनिकों को भेज दिया था, जिसके बाद भूटान और चीन के बीच की बातचीत बंद हो गई थी। भारत ने डोकलाम में चीन की अवैध कार्रवाई का विरोध करते हुए भूटान की मदद के लिए अपने सैनिकों को भेज दिया था।
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