तीनों बेटों को लड़ने भेजेगा ये चेचन्या कमांडर, पुतिन के लिए कुर्बानी देने वाले रमजान कादिरोव कौन हैं
रमजान कादिरोव ने अपने तीनों नाबालिग बेटों का एक वीडियो भी पोस्ट किया है और कहा है, कि अब उनके युद्ध में जाने का समय हो हो गया है और वो बहुत जल्द रूसी सेना के अग्रिम पंक्ति में लड़ाई लड़ने के लिए शामिल होंगे।
मॉस्को, अक्टूबर 04: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सबसे करीबी सहयोगी और चेचन नेता रमजान कादिरोव ने अपने नाबालिग बेटों को यूक्रेन युद्ध में लड़ने के लिए भेजने का फैसला किया है। अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, चेचन्या नेता रमजान कादिरोव ने अपने तीनों किशोर बेटों को यूक्रेन में रूसी सैनिकों की तरफ से लड़ने के लिए भेजने की घोषणा की है और रमजान कादिरोव के तीनों बेटे रूसी सेना के फ्रंटलाइन में शामिल होंगे। तीन नाबालिग बेटों को युद्ध में भेजने का फैसला करने वाले रमजान कादिरोव का ये फैसला पूरी दुनिया के अखबारों की सुर्खियों में शामिल है, क्योंकि युद्ध में कुछ भी हो सकता है।
बेटों को युद्ध में भेजेंगे रमजान कादिरोव
रमजान कादिरोव रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सबसे खास करीबी दोस्तों में शामिल हैं और उन्होंने हार के बाद रूसी सैनिकों को काफी लताड़ लगाई थी और उन्होंने यूक्रेन में कम विध्वंसक परमाणु बम का इस्तेमाल करने की भी मांग कर चुके हैं। वहीं, यूक्रेन युद्ध में निजी सेना का कमान संभालने वाले चेचन्या नेता रमजान कादिरोव ने इससे पहले मांग की थी, कि पूर्वी यूक्रेन में रूसी सेना के कमांडर से उनके पदक छीन लिए जाएं और उन्हें लड़ने के लिए अग्रिम पंक्ति में भेजा जाए। उन्होंने कर्नल-जनरल अलेक्जेंडर लापिन की आलोचना करते हुए उन्हें "औसत दर्जे" का भी कहा था। पूर्वी यूक्रेन के प्रमुख शहर लाइमन से रूसी सेना की वापसी के बाद से चेचन नेता ने रूसी सैन्य प्रमुखों की काफी आलोचना की है। रमजान कादिरोव ने सोशल मीडिया नेटवर्क टेलीग्राम पर एक वीडियो पोस्ट किया है, जिसमें उन्होंने इस बात की जानकारी दी है, कि उनके तीनों बेटे जल्द ही यूक्रेन में रूसी सैनिकों की तरफ से लड़ने के लिए फ्रंटलाइन फोर्स में शामिल होंगे।
खुद को साबित करने का समय- कादिरोव
मैसेजिंग एप टेलीग्राम पर रमजान कादिरोव ने अपने तीनों नाबालिग बेटों का एक वीडियो भी पोस्ट किया है और कहा है, कि अब उनके युद्ध में जाने का समय हो हो गया है और वो बहुत जल्द रूसी सेना के अग्रिम पंक्ति में लड़ाई लड़ने के लिए शामिल होंगे। रमजान कादिरोव के तीनों बेटों की उम्र सिर्फ 16 साल, 15 साल और 14 साल है। उन्होंने कहा कि, उनके तीनों बेटों को अपनी कम उम्र में ही एक बड़े युद्ध में लड़ने के लिए ट्रेनिंग दी गई है औऱ अब एक वास्तविक लड़ाई में खुद को साबित करने का समय आ गया है। उन्होंने जोर देकर कहा कि, वो "मजाक नहीं कर रहे हैं औरप मैं केवल अपने बेटों की इच्छा का स्वागत कर सकता हूं।" टेलीग्राम पर उन्होंने जो वीडियो पोस्ट किया है, उसमें उनके बेटे फौजी कपड़ों में देखा जा रहा है और उन्होंने काले चश्मे पहने हुए थे। वो तीनों एक टैंक पर बैठे दिखाई दे रही है और उनकी कमर में बंदूके बंधी थी। वहीं, वीडियो में कादिरोव के बेटों को युद्ध मैदान में जाने से पहले काफी उत्साहित देखा सकता है।
काफी आक्रामक लड़ाई के समर्थक
यूक्रेन युद्ध में रमजान कादिरोव चेचन्या सैनकों के कमांडर हैं और वो राष्ट्रपति पुतिन के कट्टर समर्थ हैं और यूक्रेन में भयानक आक्रामक लड़ाई लड़ने के लिए पुतिन को भी आलोचना कर चुके हैं। वो कई बार कह चुके हैं, कि पुतिन के लिए वो जान से बढ़कर कुछ और दे सकते हैं और आज वक्त आ गया है, जब उन्होंने अपनी दोस्ती दिखा दी। रमजान कादिरोव ने यह भी सुझाव दिया था, कि रूस को एक छोटे सामरिक परमाणु हथियार का उपयोग करने पर विचार करना चाहिए। हालांकि, क्रेमलिन ने सोमवार को यूक्रेन में परमाणु बम के इस्तेमाल संबंधित सभी तरह के आशंकाओं को खारिज कर दिया और कहा कि, परमाण बम का किसी भी हाल में इस्तेमाल नहीं होगे।
कादिरोव के कदम से रूसी भावुक
वहीं, रूसी सरकार के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कादिरोव के तीनों बेटों को युद्ध में जाने के फैसले को एक भावनात्मक पल करार दिया है और उन्होंने कहा कि, श्किल क्षणों में भी, भावनाओं को अभी भी किसी भी आकलन से बाहर रखा जाना चाहिए।" पेसकोव ने फिर भी यूक्रेन में सैन्य अभियान में चेचन नेता के "वीर योगदान" की सराहना की।
रमजान कादिरोव की प्रशंसा
वहीं, बेटों को युद्ध के मैदान में भेजने के फैसले को लेकर वैगनर समूह के संस्थापक और पुतिन के शेफ के रूप पहचान रखने वाले येवगेनी प्रिगोझिन ने कादिरोव को उनकी टिप्पणी पर बधाई दी। येवगेनी प्रिगोझिन ने कहा कि, "Ramzan - you rock man!" आपको बता दें कि, येवगेनी प्रिगोझिन भी भाड़े के सैनिक उपलब्ध करवाते हैं, जो इस वक्त रूस की तरफ से यूक्रेन में लड़ रहे हैं। हालांकि, येवगेनी प्रिगोझिन ने भी रूसी सैनिकों को जमकर फटकार लगाई है और उन्होंने कहा कि, इन सैनिकों को नंगे पांव सीमा पर भेज देना चाहिए। यह पूछे जाने पर कि क्या उनके शब्दों को रक्षा मंत्रालय की आलोचना माना जाना चाहिए, प्रिगोझिन ने जवाब दिया, "भगवान उन्हें माफ करें।" उन्होंने कहा कि,"ये बयान आलोचना नहीं हैं, बल्कि केवल प्यार और समर्थन की अभिव्यक्ति हैं।" प्रिगोझिन की भाड़े की सेना ने माली, मध्य अफ्रीकी गणराज्य, लीबिया और सीरिया के संघर्षों में भी भाग लिया है।
कौन हैं रमजान कादिरोव
आपको बता दें कि, रमजान कादिरोव राष्ट्रपति पुतिन के सबसे खास करीबियों में शामिल हैं, जिनसे सलाह मशविरा करके ही पुतिन यूक्रेन युद्ध में फैसले कर रहे हैं। रमजान कादिरोव की उम्र 43 साल है और वो रशियन रिपब्लिक ऑफ चेचन्या के प्रमुख हैं। वो अपने आप को राष्ट्रपति पुतिन का सबसे बड़ा भक्त बताते हैं। वो पुतिन की इस अदा के कायल रहते हैं, कि पुतिन कितनी आसानी से दुनिया के बड़े बड़े नियमों को तोड़ देते हैं। यहां आपके लिए ये जानना भी जरूरी है, कि चेचन्या रूस के दक्षिण सीमा पर स्थिति एक छोटी सी जगह है और एक वक्त सोवियत यूनियन ने इसे जीत लिया था। हालांकि, सोवियत संघ के विघटन के बाद चेचन्या ने खुद को स्वतंत्र क्षेत्र घोषित कर लिया था, लेकिन रूस ने फिर से चेचन्या पर कब्जा कर लिया और बाद में पुतिन ने रमजान कादिरोव को चेचन्या का प्रमुख बना दिया। चेचन्या की बजट का 80 प्रतिशत हिस्सा आज भी रूस ही देता है।