400 लोगों के खून से रंगे हैं ब्रिटेन की मोस्ट वांटेड महिला आतंकवादी 'व्हाइट विडो' के हाथ
लंदन। नीचे तस्वीर में जो महिला दिख रही है वो जितनी खूबसूरत है उससे कहीं ज्यादा खतरनाक है। जी हां इस महिला पर 400 लोगों को मौत के घाट उतारने का आरोप है और यह ब्रिटेन की मोस्ट वांटेड है। आतंक की इस नयी आका को 'व्हाइट विडो' नाम दिया गया है। व्हाइट विडो सोमालिया और केन्या में आतंकवादी कार्रवाई, आत्मघाती हमले और कार बम विस्फोटों में भी शामिल रही है।
पढ़ें: लड़ाकों को बचाने के लिए यजीदी 'सेक्स स्लेवस' का खून निकाल रहा है ISIS
गौरतलब है कि इस हमले में 148 लोगों की मौत हो गई थी और करीब इतने ही लोग जख्मी हुए थे। सोमालिया के आतंकवाद विरोधी सुरक्षा दस्ते के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि ल्यूथवेट अब अल शबाब के नेता अहमद उमर का दाहिना हाथ बन गई है। ल्यूथवेट ने आत्मघाती हमलावरों के रूप में किशोरों और महिलाओं के लिए नियुक्ति अभियान भी शुरू कर रखा है।
सामंथा ल्यूथवेट से व्हाइट विडो बनने की पूरी कहानी
7 जुलाई 2005 (7/7), ये वो ही मनहूस दिन था जब लंदन के ट्यूब यानी मेट्रो में भीषण विस्फोट हुआ था। कहा जाता है कि एक आतंकी ने आत्मघाती हमला किया था। आपको बता दें कि नैरोबी हमले की सामंथा ल्यूथवेट उसी आतंकी की बीवी है। सामंथा ल्यूथवेट यानी व्हाइट विडो 7/7 के हमलावर जर्मेन लिंडसे की विधवा है। लंदन धमाकों के कुछ ही दिनों बाद सामंथा ल्यूथवेट पूरे परिवार के साथ लंदन से गायब हो गई थी। 6 सालों के बाद यानी 2011 में पता चला कि वो केन्या के मोम्बासा में रह रही है।
आईएसआईएस आतंकियों की सेक्स स्लेव बनी नाबालिग की दर्दनाक आपबीती
6 सालों में ल्यूथवेट ने आतंक की दुनिया में अपनी खास पहचान बना ली थी। धीरे-धीरे उसके रिश्ते सोमालिया के आतंकी संगठन अल शबाब से जुड़े और फिर वो व्हाइट विडो के नाम से मशहूर हो गई। दिलचस्प ये कि अल शबाब से जुड़ने के बाद सामंथा शेराफिया बन चुकी है। कहा जाता है कि आतंक की ये व्हाइट विडो अब तक केन्या में कई हमलों को अंजाम दे चुकी है