जासूसों के बल पर ब्रिटेन लड़ेगा आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई
लंदन। ब्रिटेन ने अपनी इंटेलीजेंस एजेंसी एमआई6 में जासूसों की संख्या बढ़ाने का फैसला किया है। ब्रिटेन अपनी एजेंसी के लिए वर्ष 2020 तक हजारों की संख्या में जासूसों की भर्ती करने की योजना बना चुका है। ब्रिटेन का मकसद आतंकवाद के बढ़ते खतरे से देश को बचाना है।
एमआई6 में फिलहाल 25,00 जासूस हैं और इनकी संख्या को बढ़ाकर 3,500 किया जाएगा। ब्रिटिश इंटेलीजेंस ऑफिसर एलेक्स यंगर ने एक कार्यक्रम के दौरान यह जानकारी दी।
एलेक्स को कभी-कभी ही मीडिया में देखा जाता है। उन्होंने बताया है कि वर्तमान समय में इंटरनेट और टेक्नोलॉजी की वजह से खतरा कई गुना तक बढ़ गया है। यंगर की मानें तो पूरी दुनिया पर इन दिनों आतंकवाद की चुनौती दोगुनी हो चुकी है।
यंगर की मानें तो अगले पांच वर्षों में दो तरह की इंटेलीजेंस सर्विस होंगी। एक तरह की सर्विस वह होगी जिसमें बदलते माहौल के हिसाब से उसे समृद्ध किया गया होगा और दूसरी होगी जिसमें लोग बदलाव को मानने के लिए तैयार ही नहीं होंगे। यंगर के मुताबिक एमआई6 पहली श्रेणी वाली एजेंसी होगी।
1900 लोगों की भर्ती होगी जिसमें 900 नए लोग ब्रिटेन की दो और एमआई5 और जीसीएचक्यू के बीच बट जाएंगे। हालांकि एलेक्स ने ब्रिटेन के आईएसआईएस के खतरे के बारे में कुछ भी कहने से साफ इंकार कर दिया है।