वेंटिलेटर पर सलमान रुश्दी, आंखों की रोशनी जाने का भी खतरा, जानिए हमले के बाद कैसी है लेखक की हालत
वेंटिलेटर पर सलमान रुश्दी, आंखों की रोशनी जाने का भी खतरा, जानिए हमले के बाद कैसी है लेखक की हालत
न्यूयॉर्क, 13 अगस्त: भारतीय मूल के उपन्यासकार और प्रख्यात लेखक सलमान रुश्दी हमले के बाद फिलहाल वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं। लेखक सलमान रुश्दी पर न्यूयॉर्क के बफेलो के पास चौटाउक्वा में एक कार्यक्रम के दौरान हमला किया गया। सलमान रुश्दी को 10-15 बार चाकू घोंपकर घायल किया गया है। गर्दन और धड़ में छुरा घोंपने के बाद घंटों की सर्जरी के बाद फिलहाल सलमान रुश्दी वेंटिलेटर पर हैं। रॉयटर्स ने अपने बुक एजेंट के हवाले से रिपोर्ट में कहा कि उनकी एक आंख की रोशनी भी जा सकती है।
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न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, सलमान रुश्दी के एजेंट एंड्रयू वायली ने शुक्रवार शाम 7 बजे से कुछ समय पहले उनकी हेल्थ अपडेट दी थी, जिसमें उन्होंने बताया था कि लेखक सलमान रुश्दी वेंटिलेटर पर हैं और बोल नहीं सकते।
सलमान रुश्दी के एजेंट एंड्रयू वायली ने कहा, "खबर अच्छी नहीं है। सलमान की एक आंख खोने की संभावना है, उनकी बांह की नसें टूट गई थीं, और उनके लीवर में छुरा घोंपा गया था, जिसकी वजह वह पूरा क्षतिग्रस्त हो गया है।"
पुलिस ने कहा कि न्यूयॉर्क में एक कार्यक्रम में सलमान रुश्दी के गर्दन और धड़ में चाकू घोंपा गया है। वहीं उन्हें पेट में भी चाकू मारा गया है। जिसके बाद उन्हें आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया था। पुलिस ने फिलहाल हमलावर को गिरफ्तार कर लिया है। न्यूयॉर्क राज्य पुलिस ने सलमान रुश्दी पर हमला करने वाले संदिग्ध की पहचान न्यू जर्सी के 24 वर्षीय हादी मटर के रूप में की है। हालांकि इस घटना को उसने अंजाम क्यों दिया, इसके पीछे का मकसद अभी भी अज्ञात है।
बता दें कि भारतीय मूल के ब्रिटिश लेखक रुश्दी को उनकी किताब 'द सैटेनिक वर्सेज' के कारण ईरान से जान से मारने की धमकी मिली थी। सलमान रुश्दी की ये किताब 1988 में रिलीज हुई थी। 30 साल पहले सलमान रुश्दी के खिलाफ फतवा जारी किया गया था, जिसके बाद अब ऊनपर हमला हुआ है।
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