साउथ चाइना सी में चीन की बढ़ती आक्रमकता को अमेरिका ने दी चेतावनी, कहा- गंभीर परिणाम होंगे
वॉशिंगटन। विवादित साउथ चाइना सी में चीन के बढ़ते मिलिट्रिलाइजेशन को देखते हुए अमेरिका ने चेतावनी दी है। साउथ चाइना सी में गुरुवार को चीन ने अपने ऐंटी-शिप क्रूज मिसाइलों और सतह से हवा में मार करने वाले मिसाइल सिस्टम तैनात की थी, जिसके बाद अमेरिका ने कहा है कि इसके गंभीर परिणाम होंगे। अमेरिकी खुफिया एजेंसी ने दावा किया है कि चीन ने अपने तीन आर्टिफिशियल द्वीप पर एंटी शिप और एंटी एयरक्राफ्ट मिसाइलें तैनात की है।
साउथ चाइना सी दुनिया का सबसे बड़ा विवादित क्षेत्र में से एक है, जिस पर चीन अपने अधिपत्य का दावा करता आया है। वहीं, फिलिपिंस और वियतनाम जैसे छोटे-छोटे द्वीपीय देश भी इस पर अपना दावा कर चुके हैं। इस मामले पर व्हाइट हाउस प्रेस सेक्रेटरी सारा सैंडर्स ने कहा है कि अमेरिका इस बारे में चीनी अधिकारियों से बात कर रहा है। सैंडर्स ने कहा कि साउथ चाइना सी में चीन की बढ़ती गतिविधियों को लेकर अमेरिका पूरी तरह से सुनिश्चित है।
सीएनबीसी ने सबसे पहले यूएस खुफिया सूत्रों का हवाला देते हुए कहा था कि फिलिपिंस के पूर्वी क्षेत्र, मिसचिफ रीफ, फियरी क्रॉस रीफ और सूबी रीफ में चीन ने अपने मिलिट्री वेपंस तैनात कर दिए हैं। सीएनबीसी के अनुसार, चीन द्वारा तैनात की गई YJ-12B एंटी-शिप मिसाइल कृत्रिम द्वीपों से 295 समुद्री मील दूर जहाजों पर हमला करने में सक्षम है।
चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनींग ने कहा कि उनका देश साउथ चाइना सी के द्वीपों में शांतिपूर्ण निर्माण में कर रहा है। चीन के मुताबिक, राष्ट्रीय रक्षा सुविधाओं की आवश्यकता को देखते हुए तैनाती की गई है। प्रवक्ता ने कहा कि इस तैनाती का मतलब किसी टारगेट करना नहीं है। प्रवक्ता के अनुसार, हमारा कोई आक्रमक इरादा नहीं है और ना ही किसी को चिंता करने की जरुरत है।