काबुल हमलों में थी पाकिस्तान की भूमिका, अफगानिस्तान ने पेश किए सबूत
काबुल। अफगानिस्तान की राजनधानी काबुल में हाल ही में हुए एक के बाद एक आतंकी हमले के पीछे पाकिस्तान का हाथ था। अफगानिस्तान ने इन हमलों को लेकर पाकिस्तान को सबूत सौंप दिए हैं। अफगान के अधिकारियों ने गुरुवार को कहा कि अफगानिस्तान में हमला करने के लिए आतंकियों को पाकिस्तान आर्मी और तालिबान ट्रेनिंग दी थी। बता दें कि इससे पहले जब पाकिस्तान के पीएम शाहिद खकान अब्बासी ने फोन कर काबुल हमले को लेकर अपनी संवेदना प्रकट करने के लिए अफगान राष्ट्रपति से बात करनी चाही, तो अशरफ गनी ने बात करने से मना कर दिया था।
अफगानिस्तान के गृहमंत्री वाइस अहमद बारमाक ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि काबुल में हमलों के सबूतों को पाकिस्तान को सौंप दिए हैं। बारमाक ने कहा कि इस्लामाबाद में हुई मीटिंग में अफगान खुफिया चीफ मासूम स्टैनिकजई ने पाकिस्तानी मिलिट्री और उनके इंटेलिजेंस ऑफिसर्स से मुलाकात की।
स्टैनिकजई ने कहा कि उन्होंने पाकिस्तान ऑफिसर्स के सामने सबूत पेश कर दिए हैं और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए कहा है। बता दें कि काबुल में मिलिट्री एकेडमी पर हुए हमले के बाद से अफगानिस्तान लगातार पाकिस्तान को इसके लिए जिम्मेदार ठहरा रहा है। हालांकि, इस पूरे मामले में पाकिस्तान की तरफ से कोई भी बयान नहीं आया है।
पिछले माह जनवरी में अफगानिस्तान में एक के एक बाद आतंकी हमले हुए हैं, अब तक इन हमलों में करीब 200 लोगों की मौत हो चुकी है। पिछले महीने काबुल के मिलिट्री एकेडमी पर हुए हमले में एक आतंकी गिरफ्तार हुआ था, जिसके पिता ने कहा था कि पाकिस्तान ने उसके बेटे को अटैक करने के लिए ट्रेनिंग दी थी।
स्टैनिकजई ने स्पष्ट कहा है कि तालिबान कोई राजनीतिक संगठन नहीं है, जिनसे बात करने की कोई गुंजाइश ही नहीं बनती है। स्टैनिकजई ने कहा, 'तालिबान एक आतंकी संगठन है, हम उनके खिलाफ एक्शन चाहते हैं, बात नहीं।'