अफगानिस्तान: राष्ट्रपति अशरफ गनी ने स्वीकारा- तालिबान ने जीतीं कुछ लड़ाइयां, हम युद्ध जीतेंगे
काबुल, 17 जुलाई। अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की घर वापसी के बाद आतंकी संगठन तालिबान धीरे-धीरे कई इलाकों को अपने कब्जे में ले चुका है। शनिवार को अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने अपने एक बयान में कहा कि कस्बों और सीमा चौकियों पर कब्जा करने के लिए आगे बढ़ रहे तालिबानी आतंकवादियों को रोकने में अफगान राष्ट्रीय सेना को सफलता मिली है। हालांकि अशरफ गनी ने यह भी स्वीकार किया कि तालिबान ने अब तक कुछ लड़ाई जीती हैं।
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द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक इंटरव्यू में राष्ट्रपति अशरफ गनी ने पाकिस्तान पर भी जोरदार हमला बोला। उन्होंने 'जिहादी' लड़ाकों को सीमा पार करने से रोक पाने में असमर्थ और अफगान शांति वार्ता के लिए तालिबान पर दबाव नहीं डालने का आरोप लगाते हुए पाकिस्तान पर बड़ा हमला बोलने के बाद कहा कि वह इस्लामाबाद और दोहा स्थित तालिबान के साथ अंतर-अफगान वार्ता के तहत खुली बातचीत जारी रखेंगे।
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राष्ट्रपति अशरफ गनी ने हाल ही में तालिबान को मिली सफलता के बारे में पूछे जाने पर कहा कि लड़ाई जीतना युद्ध जीतना नहीं है। उन्होंने [तालिबान] लड़ाई जीत ली है। लेकिन, वे युद्ध हारने जा रहे हैं, और हम यहां से कहीं नहीं जाने वाले। भारतीय फोटो पत्रकार दानिश सिद्दीकी की मौत पर शोक जताते हुए गनी ने कहा कि सैन्य रूप से युद्ध जीतने के लिए स्थिति को फिर से संतुलित करना आवश्यक हो सकता है लेकिन उनकी सरकार का बड़ा लक्ष्य अफगानिस्तान में एक राजनीतिक समझौता करना था। राष्ट्रपति ने जोर देकर कहा कि वह 'अल्जीरिया, इराक, सीरिया, लेबनान और यमन' जैसे देशों की स्थिति से बचना चाहते हैं, जहां आज भी संघर्ष जारी है।
अशरफ
गनी
ने
इमरान
को
खूब
सुनाया
अफगानिस्तानी
राष्ट्रपति
अशरफ
गनी
ने
आज
पाकिस्तानी
प्रधानमंत्री
इमरान
खान
को
अपने
देश
में
पैदा
हुए
तालिबान
संकट
के
लिए
खूब
सुनाया।
उन्होंने
कहा
कि
पाकिस्तानी
सरकार
और
सेना
आश्वासन
देते
रह
गए,
लेकिन
जब
तालिबान
को
बातचीत
के
लिए
तैयार
करने
की
बारी
आई
तो
अपने
प्रभाव
का
इस्तेमाल
करने
से
कन्नी
काट
लिया।
उन्होंने
ये
भी
कहा
कि
पाकिस्तान
के
अभी
भी
आतंकी
संगठनों
के
साथ
ताल्लुकात
हैं।