भारतीय-अमेरिकी सोनल भूचर के नाम पर रखा जाएगा टेक्सास के एक स्कूल का नाम
अमेरिका के टेस्सास राज्य में स्थित एक प्राथमिक विद्यालय का नाम भारतीय-अमेरिकी सोनल भूचर के नाम पर रखा जाएगा।, ताकि आने वाली पीढ़ियों उनके काम और नाम को लंबे वक्त तक याद रखें।
ह्यूस्टन। अमेरिका के टेस्सास राज्य में स्थित एक प्राथमिक विद्यालय का नाम भारतीय-अमेरिकी सोनल भूचर के नाम पर रखा जाएगा।, ताकि आने वाली पीढ़ियों उनके काम और नाम को लंबे वक्त तक याद रखें। 'फोर्ट बेंड इंडिपेंडेंट स्कूल डिस्ट्रिक्ट (एफबीआईएसडी) बोर्ड ऑफ ट्रस्टी' ने सर्वसम्मति से एक नए प्राथमिक स्कूल का नाम सोनल के नाम पर रखे जाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। सोनल का 2019 में 58 वर्ष की उम्र में कैंसर से निधन हो गया था। 'रिवरस्टोन कम्युनिटी' में जनवरी 2023 में यह स्कूल खोला जाएगा।
Recommended Video
मूल रूप से मुम्बई से नाता रखने वाली सोनल एक पेशेवर फिजियोथेरेपिस्ट थीं और उन्होंने बॉम्बे विश्वविद्यालय से फिजिकल थेरेपी में स्नातक की डिग्री प्राप्त की थी। 1984 में अपने पति सुबोध भूचर के साथ वह ह्यूस्टन आकर बस गई थीं।
यह भी पढ़ें: उइगर मुस्लिमों पर अत्याचार को अमेरिका ने ठहराया नरसंहार, कैंप में मुस्लिमों को बनाया जाता है नपुंसक
सोनल एक लोकप्रिय सामुदायिक कार्यकर्ता और नेता थीं और हमेशा समुदाय के बारे परवाह करती थीं। उन्होंने 2 साल तक फोर्ट बेंड इंडिपेंडेंट स्कूल डिस्ट्रिक्ट (एफबीआईएसडी) बोर्ड ऑफ ट्रस्टी की बतौर अध्यक्ष सेवा की जबकि पूरे 6 साल वह इस बोर्ड से जुड़ी रहीं। साल 2015 में टेक्सास के गवर्नर गेग एबोट ने उन्हें वन स्टार नेशनल सर्विस कमीशन बोर्ड में नियुक्त किया जो टेक्सस में स्वयंसेवा को बढ़ावा देता है और अमेरीकॉर्प्स के कार्यक्रमों की देखरेख करता है। एफबीआईएसडी बोर्ड के वर्तमान सदस्यों का कहना है कि सोनल ने उन्हें समाज सेवा के लिए प्रेरित किया।
जिम राइन जिन्होंने दो साल तक सोनल के साथ स्कूल बोर्ड में काम किया, ने कहा कि, 'वह मेरी गुरु थीं और मैं उन्हें अच्छी तरह से जानता था। उन्होंने हमारे विविधता भरे समाज के बीच आपसी समझ को बढ़ाने के लिए काफी परिश्रण किया था।' अपने निधन के पहले तक सोनल कई गैर लाभकारी संगठनों से जुड़ी रहीं।