उइगर मुस्लिमों पर अत्याचार को अमेरिका ने ठहराया नरसंहार, कैंप में मुस्लिमों को बनाया जाता है नपुंसक
उइगर मुस्लिमों पर चीन द्वारा किए गये अत्याचार को अमेरिका ने नरसंहार करार दिया है।
वाशिंगटन: उइगर मुस्लिमों को लेकर अमेरिका और चीन का तनाव बढ़ता ही जा रहा है। उइगर मुस्लिमों को चीन ने शिनजियांग प्रांत में कैंपों में रखा हुआ है और कई रिपोर्ट्स के मुताबिक मुस्लिमों को काफी प्रताड़ित किया जा रहा है। जिसके बाद अब अमेरिका ने शिनजियांग प्रांत में चीनी सरकार के एक्शन को नरसंहार घोषित कर दिया है। बाइडेन प्रशासन ने शिनजियांग प्रांत में चीन द्वारा उइगर मुस्लिमों के साथ साथ दूसरे अल्पसंख्यक समुदायों के साथ किया जाना वाले क्रूर व्यवहार को नरसंहार करार दिया है। जिसके बाद माना जा रहा है कि चीन और अमेरिका के बीच तनाव और ज्यादा बढ़ सकता है।
चीन में मुस्लिमों का नरसंहार
चीन में मानवाधिकार की स्थिति-2020 को लेकर मंगलवार को रिपोर्ट जारी की गई है। जिसमें पता चलता है कि चीन ने उइगर मुस्लिमों के साथ साथ चीन के शिनजियांग प्रांत में रहने वाले दूसरे छोटे छोटे समुदायों के साथ बेहद क्रूर व्यवहार किया है। उन्हें कैंपों में रखा गया और उनके ऊपर कई तरह की पाबंदियां लगी हैं। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन ने मानवता के ऊपर जुर्म किया है लिहाजा इस रिपोर्ट को आधार बनाकर अमेरिका ने चीनी एक्शन को नरसंहार करार दिया है। इससे पहले अमेरिका के पूर्व विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो ने शिनजियांग प्रांत में उइगर मुस्लिमों के साथ हो रही हिंसा को नरसंहार ठहराया था। और अब अमेरिका के नये विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने भी पूर्व विदेश मंत्री माअइक पॉम्पियो की रिपोर्ट को सही ठहराया है।
10 लाख से ज्यादा लोगों पर अत्याचार
अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि चीन शिनजियांग प्रांत में 10 लाख से ज्यादा अल्पसंख्यकों के साथ अमानवीय व्यवहार कर रहा है। उन्हें मनमाने ढंग से कैद में रखा जाता है, उन्हें शारीरिक तौर पर टॉर्चर किया जाता है, महिलाओं को जबरदस्ती ऑपरेशन किया जाता है तो मुस्लिम पुरूषों को कैंप में नपुंसक बना दिया जाता है। वहीं, जो महिलाएं प्रेगनेंट होती हैं, उन्हें शी जिनपिंग प्रशासन टॉर्चर करते हुए उनका गर्भ तक गिरा देता है। मानवाधिकार रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि शिनजियांग प्रांत में चीन कई सारे डिटेंशन कैंप चलाता है, जिसके अंदर उइगर मुस्लिमों को रखा जाता है। उनसे जबरन काम कराए जाते हैं। उइगर मुस्लिमों को अपना धर्म मानने की आजादी नहीं है वहीं महिलाओं के साथ बलात्कार तक किया जाता है। उइगर मुस्लिमों को ना तो बोलने की आजादी है और ना ही आजादी से घुमने की।
मानवाधिकार का उल्लंघन
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि 'कई बार सीनियर अधिकारियों द्वारा जांच की बात की जाती है, जांच में लोगों को मारने वाले पुलिसवालों को सजा दिलाने की बात भी की जाती है, लेकिन आजतक उन जांच रिपोर्ट्स का क्या हुआ, किसी को नहीं पता है'। इस रिपोर्ट के सार्वजनिक होने के बाद पश्चिमी देशों और चीन के बीच का विवाद और भी ज्यादा बढ़ने की संभावना है। इस रिपोर्ट के आने से पहले ही अमेरिका, यूरोपीयन यूनियन और ब्रिटेन ने उन चीनी अधिकारियों पर प्रतिबंध लगा दिया है, जो उइगर मुस्लिमों के साथ अत्याचार में शामिल रहे हैं। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के मुताबिक 'कई सारे रिपोर्ट्स हैं, जिससे पता चलता है कि चीन की सरकार और चीन का प्रशासन शिनजियांग प्रांत में लोगो को मार रहा है, गैरकानूनी जुल्म किए जा रहे हैं, वहीं कई ऐसे केसेस हैं, जिसके बारे में अभी तक लोगों को कुछ पता भी नहीं है'