9-साल की बच्ची ने राष्ट्रगान के दौरान खड़ा होने से किया इनकार, कहा नहीं सहूंगी मूल निवासियों का अपमान
नई दिल्ली। राष्ट्रवाद क्या है? इसकी सभी की अपनी-अपनी परिभाषा हो सकती है। लेकिन देश के सभी निवासियों से प्रेम और उनके अधिकारों का सम्मान राष्ट्रवाद का मूल है। लेकिन कई बार लोग इस राष्ट्रवाद को एक खास खांचे में डालकर ही देखते हैं और इससे कई बार विवाद की स्थिति पैदा हो जाती है। हमारे अपने देश में राष्ट्रवाद को लेकर कई बार काफी बवाल हुआ है, राष्ट्र के प्रतीकों और यहां तक की राष्ट्रगान को गाने का मामला सुप्रीम कोर्ट तक गया। राष्ट्रगान पर विवाद का एक मामला ऑस्ट्रेलिया में भी सामने आया है। यहां एक 9 साल की बच्ची का राष्ट्रगान के दौरान खड़ा ना होना सियासी चर्चा का विषय बन गया है। बच्ची का ऐसा करना ऑस्ट्रेलिया के राजनेताओं को इतना नागवार गुजरा कि नेताओं ने बच्ची को स्कूल से निकाले जाने की भी मांग की है। लेकिन राष्ट्रगान में खड़े नहीं होने को लेकर इस बच्ची के अपने तर्क हैं।
मूल निवासियों का अपमान
क्वींसलैंड की रहने वाली 9 साल की हार्पर नीलसन का कहना है कि उसने ऐसा इसलिए किया क्योंकि उनके राष्ट्रगान में देश के मूल निवासियों का अपमान किया गया है। ऑस्ट्रेलियाई राष्ट्र गान का नाम 'एडवांस ऑस्ट्रेलिया फेयर' है जसमें एक लाइन है 'ऑस्ट्रेलियंस आल लेट अस रेजोइस, फॉर वी आर यंग एंड फ्री'। इसे लेकर हार्पर ने आपति जताई है। हार्पर ने कहा है कि 'एडवांस ऑस्ट्रेलिया फेयर' का मतलब है कि 'श्वेत लोगों को आगे बढ़ाया जाए'।
सीएनएन को दिए इंटरव्यू में हार्पर नीलसन ने कहा कि जब हम इस गान में ख़ुद को युवा कह रहे हैं तो 50 हजार वर्षों पूर्व रह रहे ऑस्ट्रेलियाई मूल निवासियों का अपमान कर रहे हैं। और इसी वजह से वो राष्ट्रगान के लिए खड़ी नहीं हुई। गौरतलब है कि वर्त्तमान में ऑस्ट्रेलिया के मूल निवासी पूरी आबादी के महज़ दो फीसदी ही हैं
निशाने पर बच्ची
दक्षिणपंथी सीनेटर पॉलीन हेन्सन कहती हैं कि ऑस्ट्रेलिया के स्कूल बच्चों का ब्रेनवॉश कर रहे हैं। हार्पर नीलसन को स्कूल से निकलवाना चाहती है। हेन्सन कहती हैं कि बच्ची गलत रास्ते पर है और इसके लिए उसके माता-पिता दोषी हैं। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व प्रधानमंत्री टोनी एबट ने भी कहा है कि सभी को नियम का पालन करना चाहिए। राष्ट्रगान देश से जुड़ा हुआ है लिहाजा सभी को उसका सम्मान करना चाहिए। वहीं हार्पर के पिता ने अपनी बेटी को बहादुर बताया है।
ये भी पढ़ेंं :- दिल्ली में लड़की से पिटाई मामले में दो और गिरफ्तारी, मुख्य आरोपी रोहित तोमर एक दिन की पुलिस रिमांड पर