आखिरकार एक्शन में आया अमेरिका, पाकिस्तान पर किया ड्रोन हमला, हक्कानी कमांडर समेत 3 की मौत
इस्लामाबाद। अमेरिका ने बुधवार को पाकिस्तान के कबाइली इलाके औराकजई में ड्रोन से हमला किया। इस एयर स्ट्राइक में दो लोगों के मारे जाने की खबर है। डॉन न्यूज के मुताबिक, हमला एक संदिग्ध आतंकवादी के ठिकाने पर किया गया। जिन दो लोगों की मौत हुई है उसमें हक्कानी नेटवर्क के एक कमांडर समेत तीन की मौत हुई है। अमेरिका काफी समय से पाकिस्तान पर आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई का दबाव बना रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पाकिस्तान की मदद रोकने का ऐलान कर चुके हैं और उसे आतंकियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने की मांग कर चुके हैं। पिछले रविवार को तालिबान के आतंकियों ने काबुल के लग्जरी होटल को बंधक बना दिया था, जिसमें 22 लोगों की मौत हो गई थी।
अफ्गान रिफ्यूजी कैंप पर किया हमला
पुलिस ने बताया कि दो मिसाइलों ने डापा मामोजाई गांव के थाल क्षेत्र में एक घर पर अटैक किया है, जिसमें अहसान खोराई और नासिर मेहमूद नाम के दो मिलिटेंट की मौत हुई है। अमेरिका के जासूस प्लेन ने जिस घर पर हमला किया है, वो अफ्गान रिफ्यूजी कैंप बताए जा रहे हैं। लोकल मीडिया के मुताबिक, हक्कानी नेटवर्क के कमांडर यहां पर छिपे हुए थे, जिसके बाद अमेरिका ने कार्रवाई की है। इससे पहले 17 जनवरी को साल का पहला ड्रॉन अटैक अफगान-पाक बॉर्डर पर खुर्रम में हुआ था।
ट्रंप की नई अफगान नीति
अमेरिका के राष्ट्रपति बनने के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले साल अगस्त में नए अफगान नीति बनाई थी, जिसमें उन्होंने स्पष्ट कहा था कि पाकिस्तान अपनी धरती पर आतंकियों सुरक्षित पनाह दे रहा है। अफगान-पाकिस्तान बॉर्डर पर तालिबान और हक्कानी नेटवर्क के आतंकी होने के वजह से इस क्षेत्र में हाल ही के दिनों में ड्रोन अटैक की संख्या बढ़ी है। वहीं, पाकिस्तान का कहता आया है कि उनके क्षेत्र में अगर हवाई हमला होता है, तो यह उनके संप्रभुता के खिलाफ होगा।
अमेरिका ने पाक से तालिबान-हक्कनी को गिरफ्तार करने के लिए कहा
अमेरिका
ने
पाक
से
तालिबान-हक्कनी
को
गिरफ्तार
करने
के
लिए
कहा
काबुल
में
हुए
पिछले
रविवार
(21
जनवरी,
2018)
लग्जरी
होटल
पर
हुए
अटैक
के
बाद
अमेरिका
ने
पाकिस्तान
पर
कड़ी
आपत्ति
व्यक्त
करते
हुए
कहा
था
कि
इस्लामाबाद
सरकार
तुरंत
तालिबान
और
हक्कानी
आतंकियों
को
गिरफ्तार
करें
या
उन्हें
देश
से
बाहर
निकालें।
काबुल
के
इंटरकॉन्टिनेंटल
होटल
में
तीन
आतंकी
घुस
गए
थे,
जिसमें
22
लोगों
की
मौत
ही
थी।