Yasin Malik: स्क्वाड्रन लीडर रवि खन्ना को मारी थी 28 गोलियां, सजा पर पत्नी बोलीं-पति का खून...
नई दिल्ली, 25 मई: दिल्ली की एक विशेष अदालत ने आतंकी फंडिंग के मामले में दोषी करार अलगाववादी नेता यासीन मलिक को उम्रकैद की सजा सुनाई है। आज सुनाई गई सजा में एक मामला वो था जिसमें 30 साल पहले यासिन मलिक ने वायुसेना के अधिकारियों की हत्या की थी। कोर्ट ने इस मामले में भी उन्हों दोषी करार दिया है। यासीन मलिक की दहशदगर्दी का शिकार हो चुके वायुसेना के अधिकारियों में से एक स्क्वाड्रन लीडर रवि खन्ना भी थे। आज उनकी पत्नी ने इस सजा पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
बताया 1990 में उस दिन क्या हुआ था
25 जनवरी 1990 की सुबह साढ़े सात बजे रावलपोरा में एयरफोर्स अधिकारी गाड़ी के इंतजार में सनत नगर क्रॉसिंग पर खड़े थे। अचानक आतंकवादियों ने उन पर अंधाधुंध गोलीबारी कर दी। इसमें महिला समेत 40 एयरफोर्स अधिकारी गंभीर रूप से घायल हो गए थे। जबकि तीन अधिकारी मौके पर ही बलिदानी हो गए। दो अन्य ने बाद में दम तोड़ दिया था। मरने वालों में स्क्वाड्रन लीडर रवि खन्ना भी थे। रवि खन्ना के शरीर को आतंकियों ने छलनी कर दिया था। उनके शरीर पर गोली के 28 निशान मिले थे। स्क्वैड्रन लीडर रवि खन्ना की पत्नी निर्मल खन्ना ने यासीन मलिक के टैरर फंडिंग मामले में दोषी साबित होने के बाद कहा है कि स्क्वैड्रन लीडर रवि खन्ना का खून उसका पीछा कर रहा है।
मेरे पति को 28 गोलिया लगी थीं: निर्मला
उस दिन की घटना को याद करते हुए निर्मला ने बताया कि, मैंने खुद जाकर देखा था कि 28 गोलियां मेरे हसबैंड को लगी थीं। लेफ्टिनेंट जनरल बीआर शर्मा पेड के पीछे जाकर लेट गए और बच गए। मैंने अपने घर के बाहर से देखा था कि उनके शव का घेरा बनाकर बहुत लोग नाच रहे हैं। मुझे महाभारत का सीन याद आया, जिसमें अभिमन्यु को मारने के बाद कौरव नाच रहे थे। मेरे घर के नीचे सड़क थी, वहां से सब दिख रहा था।
'मेरे पति को मारकर भी 32 साल घूमता रहा'
उन्होंने एक टीवी चैनल को बताया कि, जब मैं वहां गई तो देखा कि ब्रीफकेस पर गोली लगी है। मैंने सोचा गोली लगने से एक जवान लेट गया तो देश का क्या होगा। तब तक एयरफोर्स की गाड़ी आ गई थी। लेकिन तब तक ये सभी आतंकी भाग गए थे। मैं यासीन मलिक को पहचानती नहीं थी। बीआर शर्मा ने ही मुझे ये सब बताया था। हुकूमतों ने 32 साल चार महीने लगा दिए हैं, अभी तक इंसाफ नहीं मिला। दिक्कत मुझे ये हैं कि वो इतने दिन तक जिंदा रह लिया। खून बदला खून से मिलना चाहिए।
Profile: कौन है धरती की जन्नत में नफरत की आग सुलगाने वाला आतंकी यासीन मलिक, जिसे हुई उम्रकैद?
'खून के बदले खून, मौत के बदले मौत'
निर्मल खन्ना ने कहा कि, मेरे पति का खून उसका पीछा कर रहा है। मेरे पति की हत्या के मामले में भी उसे बख्शा नहीं जाएगा। 'खून के बदले खून, मौत के बदले मौत।' यासीन मलिक ने सोचा वह बच जाएगा कभी वो प्राइम मिनिस्टर से हाथ मिला रहा है। उन्होंने कहा कि, कोई डाक्टर कौल हैं जो दिल्ली में, उन्होंने यासीन मलिक को अपने घर पर बुलाकर शादी की दावतें दी, मुबारकबाद दी। कैसे कलेजे हैं इन लोगों के। मेरे घर का बच्चा अगर खराब निकले तो यह मदर इंडिया ऐसे बच्चे के सीने में खुद गोली आर-पार कर देती है। मैं उसी की बेटी हूं। मैं सच कह रही हूं आपको।