क्यों सरकार को रिलीज नहीं करनी चाहिए सर्जिकल स्ट्राइक की फुटेज!
नई दिल्ली। सरकार ने फैसला कर लिया है कि वह सर्जिकल स्ट्राइक के वीडियो को रिलीज नहीं करेगी। इंडियन आर्मी की ओर से 90 मिनट का एक वीडियो जो कि सर्जिकल स्ट्राइक के समय शूट हुआ था, उसे सरकार को सौंप दिया गया था।
पढ़ें-पाक पीएम नवाज शरीफ के लिए वानी आजादी का सिपाही
कई तरह की मुश्किलें आ सकती हैं
कई वरिष्ठ रक्षा विशेषज्ञों का भी मानना है कि सरकार को कोई जरूरत नहीं है कि वह सर्जिकल ऑपरेशन से जुड़ी फुटेज को रिलीज करे।
वहीं दूसरी ओर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोवाल और इंटेलीजेंस ब्यूरों के कुछ अधिकारी भी इस फुटेज को रिलीज करने के पक्ष में नहीं थे। उनका मानना है कि इस वीडियो के रिलीज होने कई तरह की मुश्किलें पैदा हो सकती हैं।
पढ़ें-सर्जिकल स्ट्राइक का वीडियो रिलीज नहीं करेगी सरकार
भारत-पाक के बीच और बढ़ेगा तनाव
वहीं रक्षा विशेषज्ञ यह भी मानते हैं कि इस फुटेज के रिलीज होने के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव एक नए मोर्चे पर पहुंच सकता है। रक्षा मामलों के वरिष्ठ जानकार नितिन गोखले मानते हैं कि सरकार को हरगिज इस फुटेज को जनता के बीच नहीं लाना चाहिए।
पढ़ें-100 आतंकी एलओसी पार करने को तैयार
फिर हर बार होगी फुटेज की मांग
उनका कहना है कि अगर फुटेज जनता के बीच आएगा तो फिर सर्जिकल स्ट्राइक के तरीकों के बारे में सबको पता चल जाएगा। सब जान जाएंगे के स्पेशल फोर्सेज कैसे इस तरह के ऑपरेशंस को अंजाम देती हैं।
वह मानते हैं कि जितनी बार भी इस तरह की सर्जिकल स्ट्राइक्स होंगी, लोग हर बार उसके फुटेज मांगने लगेंगे। एयरफोर्स चीफ एयर मार्शल अरुप राहा भी इस फुटेज को रिलीज करना काफी संवेदनशील मसला मानते हैं।