बशीर लश्करी की मौत के साथ SHO फिरोज अहमद डार की मौत का इंतकाम पूरा, जानिए कौन था लश्करी
श्रीनगर। साउथ कश्मीर के अनंतनाग में शनिवार को सेना और सुरक्षाबलों ने लश्कर-ए-तैयबा के टॉप कमांडर बशीर लश्करी को मार गिराया। रात 2:30 बजे से शुरू हुई मुठभेड़ में जब तक सेना ने बशीर और उसके आतंकियों को मौत के घाट नहीं उतार लिया तब तक दम नहीं लिया। बशीर के साथ दो और आतंकी मारे गए हैं। बशीर लश्करी की मौत को सेना और सुरक्षाबलों के लिए बड़ी सफलता माना जा रहा है। लश्करी वही आतंकी है जो 16 जून को अनंतनाग में पुलिस के काफिले पर हुए आतंकी हमले के पीछे शामिल था। उस हमले में छह पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे जिसमें एसएचओ फिरोज अहमद डार भी शामिल थे।
लश्कर का कमांडर
बशीर लश्कर का एरिया कमांडर था और 16 जून को जो आतंकी हमला हुआ था, बशीर ने ही उसका नेतृत्व किया था। हमले के 16 दिन बाद सुरक्षाबलों ने उसे मारने में सफलता हासिल की। लश्करी ने अनंतनाग में हुए हमले में पांच आतंकियों की एक टीम को लीड किया था। हमले के बाद बशीर और बाकी टीम भागने में सफल हो गई थी। इन लोगों की तलाश के लिए घाटी में बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन चलाया गया था।
लश्कर का A++ आतंकी
शनिवार को जो आतंकी हमला हुआ उसमें लश्करी ने स्थानीय लोगों से मदद मांग रहा था। लश्करी की जान बचाने के लिए बड़ी संख्या में लोग सामने भी आए। लेकिन सुरक्षाबलों ने स्थिति को काफी बुद्धिमानी से हैंडल किया और लश्करी को मारने में सफलता हासिल की। कोकेरनाग का रहने वाला लश्करी, लश्कर का A++ आतंकी था।
मौत का बदला पूरा
अधिकारियों के मुताबिक लश्करी की मौत के साथ ही अब फिरोज अहमद डार और उनके साथियों की मौत का बदला ले लिया गया है। सबसे खास बात है कि घाटी में एक और आतंकी को मार गिराया गया है। अधिकारियों के मुताबिक लश्करी की मौत से लश्कर को काफी नुकसान हुआ है और वह बड़े स्तर पर कमजोर होगा।
लश्कर का अहम आतंकी
वहीं इंटेलीजेंस ब्यूरों के अधिकारियों की मानें तो लश्करी घाटी में हाफिज सईद वाले लश्कर-ए-तैयबा के लिए एक अहम आतंकी था। वह सुरक्षाबलों के खिलाफ हर हमले को काफी अच्छे से प्लान करता और फिर उसे पूरा करके ही दम लेता था। जहां यह लश्कर के लिए बड़ा नुकसान है तो वहीं भारत के लिए एक फायदे का सौदा है।