ममता सरकार ने मानी कोरोना संक्रमण के आंकड़ों में चूक, कहा- अब मिल गया है खोया डाटा
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल सरकार ने माना है कि कोरोना वायरस के आंकड़ों पर उनसे कुछ चूक हुई है। कोरोना के डाटा पर केंद्र से तनातनी के बीच पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव राजीव सिन्हा ने कहा है कि कुछ डाटा नहीं मिल रहा था, जिसके चलते आंकड़ों में कुछ खामी लग रही थी। अब सारा डाटा मिल गया है। साथ ही अब हम हर दिन यह सब डेटा सार्वजनिक करने की स्थिति में हैं।
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दरअसल पश्चिम बंगाल में कोरोना के केस से जुड़े आंकड़ों पर विवाद राज्य के स्वास्थ्य सचिव विवेक कुमार की ओर से केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव प्रीति सूदन को लिखे गए पत्र के बाद हुआ था। पत्र में 30 अप्रैल कर राज्य में कोरोना संक्रमण के कुल 931 केस होने की बात बताई गई है। वहीं मीडिया को ये 816 दिया गया। जिसके बाद राज्य सरकार पर डाटा छुपाने के आरोप लगाए जा रहे हैं। जिसके बाद ममता सरकार की ओर से सफाई आई है और कुछ चूक होने की बात भी स्वीकार की गई है।
राज्य के मुख्य सचिव राजीव सिन्हा ने मीडिया से बातचीत में कहा, हम आपको सही आंकड़े दे रहे हैं। दूसरी बीमारियों से 72 मौतों की बात हमारे पास नहीं आई है क्योंकि अस्पतालों को इसके बारे में जानकारी नहीं देने के लिए कहा गया है। इसलिए वे हमें कोरोना से मौतों की संख्या बता रहे हैं और हम आप तक सही आंकड़े पहुंचा रहे हैं। कोई मुद्दा ही नहीं है। मुख्य सचिव ने डेटा में देरी पर कहा कि प्राइवेट अस्पतालों की खामियों की वजह से सरकार को डेटा जारी करने में देरी हो रही है।
पश्चिम बंगाल में कोरोना वायरस के अब तक 1259 पॉजिटिव केस सामने आए हैं। सोमवार को 296 नए केस पता चले हैं। केंद्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक मृतकों की संख्या 133 है। वहीं अब तक 61 मौतों की पुष्टि हुई है। देश में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 46 हजार के पार पहुंच चुकी है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, भारत में कोविड-19 पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या अब 46,433 हो गई है और 1568 मौतें हुई हैं।
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