West Bengal assembly elections:बंगाल में नई पॉलिटिकल खिचड़ी, TMC-RJD में गठबंधन पर बात
West Bengal assembly elections 2021: बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी आरजेडी पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव साथ लड़ने के लिए सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के साथ बात कर रही है। जानकारी के मुताबिक आरजेडी के प्रधान महासचिव अब्दुल बारी सिद्दीकी और राष्ट्रीय महासचिव श्याम रचक बंगाल चुनाव टीएमसी के साथ लड़ने के लिए बातचीत के सिलसिले में इस समय कोलकाता में मौजूद हैं और उनकी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ इस गठबंधन को लेकर बातचीत होने वाली है।
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राजद नेता श्याम रजक ने बताया है कि 'सोमवार को हम बंगाल चुनाव साथ लड़ने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मिलेंगे।' बनर्जी से मुलाकात से पहले सिद्दीकी और रजक ने प्रदेश में पार्टी नेताओं से बातचीत की है। आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने पटना से फोन पर जानकारी दी है कि उनकी पार्टी बंगाल-बिहार सीमा पर कुछ सीटों पर चुनाव लड़ने की संभावनाएं तलाश रही है। हालांकि, उन्होंने कोई संख्या नहीं बताई है, जिसपर राजद अप्रैल-मई में होने वाले चुनाव में लड़ने की योजना बना रहा है।
तिवारी ने बताया कि राजद सुप्रीमो लालू यादव के साथ तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी के अच्छे संबंध हैं और उनकी पार्टी बंगाल चुनाव में उनका हाथ मजबूत करना चाहती है। उन्होंने यह भी कहा कि राजद का मुख्य उद्देश्य पश्चिम बंगाल में 'सांप्रदायिक' बीजेपी के बढ़ते प्रभाव को रोकना और टीएमसी मुखिया के नेतृत्व में 'धर्मनिरपेक्ष ताकतों' को मजबूत करना है।
पिछले नवंबर में हुए बिहार विधानसभा चुनाव में राजद भले ही सबसे बड़ा दल बनकर उभरा हो, लेकिन पश्चिम बंगाल में उसका कोई खास जनाधार नहीं रहा है। हो सकता है कि पार्टी को लग रहा हो कि बिहार की सीमावर्ती इलाकों में मुस्लिम-यादव वोट बैंक पर अपने प्रभाव का वह बंगाल के हिंदी-भाषी वोटरों पर इस्तेमाल कर सकती है। हालांकि, 2006 से 2011 के बीच बंगाल विधानसभा में आरजेडी का एक विधायक भी था।
यह भी हो सकता है कि असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम के चुनाव लड़ने की घोषणा की काट के तौर पर राजद ममता को यह ऑफर देने की कोशिश कर रहा हो, जिसने बिहार के सीमांचल में राजद-जदयू को काफी नुकसान पहुंचाया है।
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