वसीम जाफर विवाद में राहुल गांधी की एंट्री, बोले-अब क्रिकेट भी नफरत की चपेट में
नई दिल्ली। पूर्व भारतीय बल्लेबाज वसीम जाफर के उत्तराखंड क्रिकेट टीम के कोच पद से इस्तीफा देने के बाद विवाद लगातार गहराता जा रहा है। अब इस मामले में कांग्रेस लीडर राहुल गांधी की एंट्री हो गई है। राहुल गांधी ने शानिार को ट्विट कर लिखा कि, पिछले कुछ सालों में नफरत इस कदर सामान्य हो गई है कि हमारा प्रिय खेल भी इसकी चपेट में आ गया। बता दें कि, वसीम जाफर पर उत्तराखंड टीम का कोच रहते हुए धार्मिक आधार पर चयन को प्राथमिकता देने का आरोप लगा है।
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वसीम जाफर विवाद पर राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा कि, पिछले कुछ वर्षों में नफरत को इस कदर सामान्य कर दिया गया है कि हमारा प्रिय खेल क्रिकेट भी इसकी चपेट में आ गया। भारत हम सभी का है। उन्हें हमारी एकता भंग मत करने दीजिए। जाफर के इस्तीफ के बाद पूर्व भारतीय कप्तान और कोच अनिल कुंबले उनके समर्थन में आ गए हैं। इरफान पठान, मनोज तिवारी और पूर्व बल्लेबाज शिशिर हट्टनगढ़ी समेत कई अन्य खिलाड़ियों ने भी जाफर का समर्थन किया है।
उत्तराखंड क्रिकेट संघ के सचिव माहिम वर्मा ने कहा था कि जाफर ने मजहब के आधार पर चयन करने की कोशिश की। वर्मा का दावा है कि, जाफर ने टीम में अपने मनपसंद खिलाड़ियों, प्रशिक्षक और गेंदबाजी कोच को चुना, लेकिन फिर भी सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में टीम का प्रदर्शन उम्मीदों के मुताबिक प्रदर्शन नहीं किया। इसके बाद चयनकर्ता कुछ अन्य खिलाड़ियों को आजमाना चाहते थे, लेकिन जाफर अपनी टीम चुनने पर जोर देते रहे।
उत्तराखंड क्रिकेट टीम के मैनेजर नवनीत मिश्रा ने जाफर पर मजहबी तरफदारी के आरोप लगाए। इसके बाद वसीम जाफर ने बुधवार को कहा कि टीम में मुस्लिम खिलाड़ियों को तरजीह देने के उत्तराखंड क्रिकेट संघ के सचिव माहिम वर्मा के आरोपों से उन्हें काफी तकलीफ पहुंची है। जाफर ने कहा, संप्रदायिक एंगल से मुझे बहुत दुख हुआ है। उन्होंने आरोप लगाया कि मैं इकबाल अब्दुल्ला का समर्थन करता हूं और उसे कप्तान बनाना चाहता था जो सरासर गलत है।
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