जापान में बोले जेटली- भारत में तनाव हिन्दू-मुस्लिम के बीच नहीं, नक्सली हिंसा और सीमा की घटनाएं खतरा
छत्तीसगढ़ स्थित सुकमा में हुए नक्सली हमले जिसमें 25 CRPF जवान शहीद हुए थे, उसके बाद जेटली का यह बयान आया है।
टोक्यो। रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि भारत के कुछ क्षेत्रों में अतिवादी वामपंथ समूहों की ओर से की जाने वाली हिंसा और सीमा के उस पर से समय - समय पर होने वाली घटनाएं, कुछ व्यक्तियों के अतिवादी विचारों से ज्यादा चुनौतीपूर्ण है।
यह पूछे जाने पर कि हिन्दू मुस्लिम तनाव और भारत में आर्थिक विकास पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा के जवाब में जापान की राजधानी टोक्यो में जेटली ने कहा कि हमारे यहां समुदायों के संबंधों के बीच स्थिति ज्यादा चुनौतीपूर्ण नहीं है।
दोनों ओर से दिए जातें है बयान
जेटली ने कहा कि मेरा अपना मानना है कि भारत में चर्चा और वक्त-वक्त पर लोगों की ओर से दिए जाने वाले बयान शांतिपूर्ण होते हैं। एक बड़े लोकतंत्र में अतिवादी विचारों वाले लोग होंगे, बयान दिए जाते हैं और यह दोनों तरफ से है।
जेटली ने इंस्टिट्यूर ऑफ इंटरनेशनल फाइनेंस (IIF) में दिए एक संबोधन के दौरान कहा कि भारत में कोई तनाव या टकराव के हालात नहीं है। जेटली ने कहा कि अतिवाद वाम समूहों की ओर से मध्य भारत और कुछ आदिवासी इलाकों में की जाने वाली हिंसा में निर्दोष लोगों की मौत होती है।
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