विजयपत सिंघानिया से छिनी रेमंड के मानद चेयरमैन की उपाधि, बेटे पर लगाया आरोप
नई दिल्ली। रेमंड ग्रुप ने संस्थापक विजयपत सिंघानिया को अवकाशप्राप्त चेयरमैन के पद से हटा दिया है। रेमंड ग्रुप के संस्थापक विजयपत सिंघानिया और उनके बेटे गौतम सिंघानिया के बीच तनाव और गहरा हो गया है। विजयपत सिंघानिया को बोर्ड द्वारा भेजे गए एक पत्र से इस बात की जानकारी मिली कि उन्हें अवकाशप्राप्त चेयरमैन के पद से हटा दिया गया है।
हालांकि इसकी जानकारी मिलने के बाद सिंघानिया ने पत्र लिखकर बोर्ड से इसकी शिकायत की और कहा कि उन्हें बोर्ड की बैठक में शामिल होने के लिए नहीं बुलाया गया। विजयपत सिंघानिया को 7 सितंबर को जारी पत्र में रेमंड के एक डायरेक्टर ने उनसे अवकाशप्राप्त चेयरमैन का टाइटल इस्तेमाल करने से मना कर दिया था। सिंघानिया पहले भी बोर्ड के नाम कई पत्र लिख चुके हैं और अपनी आपत्ति दर्ज करा चुके हैं।
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सिंघानिया ने पूरे मामले के पीछे अपने बेटे की चालबाजी की जिक्र किया था जिसको गौतम सिंघानिया ने खारिज कर दिया। गौतम सिंघानिया ने कहा कि उनके पिता को याद नहीं कि ये चीजें कहां रख दीं। मैं उनकी चीजों को रखकर क्या करूंगा। गौतम ने कहा कि वे अपने पिता के व्यवहार से काफी दुखी हैं। पिता को पद से हटाए जाने के फैसले पर उन्होंने कहा कि ये बोर्ड का फैसला है और उनका इससे कुछ लेना-देना नहीं है।
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