गोरक्षकों को बदनाम करने की चल रही है साजिश- वीएचपी
नई दिल्ली। देशभर में गो रक्षा के नाम पर हो रही हत्या को लेकर चल रही बहस के बीच विश्व हिंदू परिषद ने बयान दिया है कि गोरक्षक पीड़ित हैं ना कि उत्पीड़न करने वाले। विहिप का कहना है कि मीट व्यापारी काफी मजबूत हैं और वह जानबूझकर गोरक्षकों को बदनाम कर रही है ताकि गो रक्षा करने वाले डर जाएं। विश्व हिंदू परिषद के अंतर्राष्ट्रीय ज्वाइंट सचिव सुरेंद्र जैन ने कहा कि गोरक्षक पीड़ित हैं और लोग उन्हें जानबूझकर बदनाम कर रहे हैं, कुछ लोग यह स्थापित करना चाहते हैं कि गोरक्षक तानाशाह हैं।
जैन ने कहा कि पिछले दस सालों में 50 पुलिसकर्मियों और गो रक्षकों को मौत के घाट उतार दिया गया। ये वो हत्यारें हैं जिन्होंने इन लोगों का बेरहमी से कत्ल किया, निर्दोष लोग जो गोरक्षा का काम करते हैं उन्हें मार दिया गया। उन्होंने कहा कि गोरक्षा के नाम पर हिंसा का कोई स्थान नहीं है, लेकिन सभी को अपनी सुरक्षा करने का अधिकार है, जिसमें गोरक्षक भी आते हैं।
गोरक्षकों का समर्थन करते हुए जैन ने कहा कि गोरक्षकों को इस बात से सतर्क रहना चाहिए कि उनके खिलाफ साजिश चल रही है और उनकी छवि को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है, मीट लॉबी इनके खिलाफ एक अभियान चला रही है। यहां गौर करने वाली बात यह है कि वीएचपी की ओर से यह बयान ऐसे समय में आया है जब खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फर्जी गोरक्षकों के खिलाफ बयान दिया है, उन्होंने तल्ख शब्दों में कहा कि गोरक्षा के नाम पर किसी को भी कानून हाथ में लेने का अधिकार नहीं है और लोगों की हत्या बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
नॉट इन माई नेम अभियान पर हमला बोलते हुए जैन ने कहा कि जो लोग इस प्रदर्शन में हिस्सा ले रहे हैं वह गोसेवा को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। ये लोग स्वार्थ में और अपने हित के लिए इस तरह के अभियान को चला रहे हैं, यह लोग गोरक्षकों को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। ये लोग हमारी बहादुर सेना पर भी सवाल उठाते हैं जो कश्मीर में लोगों की रक्षा करती है, इन लोगों ने याकूब मेमन के समर्थन भी अभियान चलाया था आपको बता दें कि वीएचपी देशभर में कुल 450 गोशाला को चलाती है।
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