कामयाबी: चाय बेचकर PCS अधिकारी बना युवक, इंटरमीडिएट में हो गया था फेल
नई दिल्ली। सफलता उसी को मिलती है जो सफल होने के लिए दिन-रात मेहनत करता है। बिना मेहनत कामयाबी नहीं मिल सकती है। इसी बात को सााबित किया है उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल के रहने वाले अरविंद सिंह नेगी ने। कभी पिता की चाय की दुकान पर चाय बेचा करता था और आज वो PCS अधिकारी की कुर्सी पर आसीन है। अरविंद ने अपनी मेहनत और लगन के बल पर निराशा को अपने पास तक नहीं आने दिया और उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षा में सफलता हासिल की और आज वो श्रम प्रवर्तन अधिकारी बन गया है। अरविंद की सफलता दूसरों के लिए प्रेरणा है। आइए आपको अरविंद की संघर्ष की कहानी बताते हैं.....
इंटरमीडिएट की परीक्षा में फेल
पौड़ी जिले के नैनीडाडा ब्लॉक की ग्राम पंचायत बड़ेथ निवासी अरविंद सिंह नेगी पढ़ाई में बहुत अच्छे नहीं थे। 2003 में उन्होंने 10वीं बोर्ड की परीक्षा दी और द्वितीय श्रेणी में पास हुए। साल 2005 में इंटरमीडिएट की परीक्षा उन्होंने दगी, लेकिन सफल नहीं हो सके। पहली बार इंटरमीडिएट की परीक्षा में उन्हें असफलता हाथ लगी, लेकिन निराश होने के बजाए उन्होंने फिर से मेहनत शुरू की और दूसरी बार में प्रथम श्रेणी से सफल हुए।
पिता की चाय की दुकान में किया काम
अरविंद के घर की हालत ठीक नहीं थी। आर्थिक तंगी की वजह से उन्हें पढ़ाई के दौरान की काम करना पड़ा। पिता का हाथ बंटाने के लिए वो मेरठ जाकर पिता की छोटी-सी चाय की दुकान में हाथ बंटाने लगे। उन्होंने वहां चाय बेचनी शुरू की, लेकिन काम के साथ-साथ ही उन्होंने बीकॉम और एमकॉम की डिग्री भी हासिल कर ली। वो व्यापारियों के बहीखाते भी संभालने लगे, लेकिन अरविंद अपने इस काम से खुश नहीं थे। उन्होंने सब कुछ छोड़ दिया और पिता की चाय की दुकान में काम करने के साथ-साथ पीसीएस (लोक सेवा आयोग) की तैयारी शुरू कर दी।
चाय की दुकान में की पीसीएस की तैयारी
साल 2013 में पहली बार पीसीएस की परीक्षा दी, लेकिन सफल नहीं हो सके। फिर उन्होंने साल 2015 में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपी-पीसीएस लोअर) की परीक्षा दी और सफलता हासिल की। अरविंद का चयन श्रम प्रवर्तन अधिकारी के पद पर हुआ है।उन्होंने साल 2016 में पीसीएस (अपर) परीक्षा भी दी, उन्हें उम्मीद है कि उनका चयन उस परीक्षा में जरूर होगा। पिता ने भी अरविंद की सफलता पर खुशी जताई।