English Language Day: दुनिया को एक-दूसरे से जोड़ने वाली भाषा है अंग्रेजी
आज 23 अप्रैल को इंग्लिश लैंग्युएज डे (अंग्रेजी भाषा दिवस) मनाया जाता है। ये उन 6 भाषा दिवस का हिस्सा है जिन्हें संयुक्त राष्ट्र ने मान्यता दी है। संयुक्त राष्ट्र द्वारा अंग्रेजी दिवस को मनाए जाने के पीछे एक महत्वपूर्ण कारण भी है।
नई दिल्ली। आज 23 अप्रैल को इंग्लिश लैंग्युएज डे (अंग्रेजी भाषा दिवस) मनाया जाता है। ये उन 6 भाषा दिवस का हिस्सा है जिन्हें संयुक्त राष्ट्र ने मान्यता दी है। संयुक्त राष्ट्र द्वारा अंग्रेजी दिवस को मनाए जाने के पीछे एक महत्वपूर्ण कारण भी है। अंग्रेजी ऐसी भाषा है जो अलग-अलग देशों और संस्कृति से आने वाले लोगों को साथ में जोड़ती है। ये एक लिंक लैंग्युएज यानि की जोड़ने वाली भाषा के रूप में काम करती है। इस 23 अप्रैल के दिन मनाए जाने के पीछे भी एक खास कारण है।
23 अप्रैल को दुनियाभर में अंग्रेजी भाषा दिवस मनाया जाता है। इसी दिन अंग्रेजी के मशहूर विलियम शेक्सपियर का जन्म हुआ था और उनकी मृत्यु भी इसी दिन हुई थी। इसलिए संयुक्त राष्ट्र ने 23 अप्रैल को अंग्रेजी भाषा दिवस के तौर पर चुना। अंग्रेजी उन 6 भाषाओं में शामिल है जिन्हें संयुक्त राष्ट्र ने दिवस के रूप में घोषित किया है। अंग्रेजी दुनिया की तीसरी सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा है, लेकिन बिजनेस और एजुकेशन में ये सबसे ज्यादा प्रचलित है।
भाषा बोलने वालों की संख्या के अनुसार मंडरीन और स्पैनिश के बाद अंग्रेजी आती है। विकिपीडिया के आंकड़ों पर नजर डालें तो दुनियाभर में 360 मिलियन से ज्यादा लोग अंग्रेजी में बात करते हैं। अंग्रेजी आज एक ऐसी भाषा बन गई है जो दुनिया के अलग-अलग हिस्सों से आए लोगों को साथ में जोड़ती है। भले ही लोग अंग्रेजी का इस्तेमाल रोजाना बातचीत में न करते हों, लेकिन बिजनेस और एजुकेशन में ये सबसे ज्यादा प्रचलित भाषा है।
आज लगभग सभी कंपनियां ऐसे लोगों को नौकरी देना पसंद करती हैं, जिनकी अंग्रेजी पर अच्छी पकड़ हो। वहीं कई यूनिवर्सिटी विदेशी छात्रों को एडमिशन देने के लिए अंग्रेजी भाषा का टेस्ट लेती हैं। फिर चाहे ऑफिस हो, स्कूल, कॉलेज, अस्पताल या सरकारी दफ्तर, हर जगह आज काम अंग्रेजी में ही किया जाता है। अंग्रेजी भाषा आज हर जगह हावी है।
इसमें कोई दो राय नहीं है कि अंग्रेजी ने दुनिया में अलग-अलग परिवेश से आए लोगों के बीच पुल का काम किया है। चीन, जापान, भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी, सऊदी अरब, फ्रांस, नॉर्वे, दक्षिण अफ्रीका, चीले और बाकी सभी देशों को एक-दूसरे से अंग्रेजी भाषा ही जोड़ती है।