JNU हिंसा पर बोलीं उमा भारती-देश में कुछ विचारक हैं सांप की तरह जहरीले हैं
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नई दि्ल्ली। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में हुई हिंसा के खिलाफ देशभर में प्रदर्शन हो रहा है। वहीं बीजेपी लगातार इस हिंसा के पीछे लेफ्ट पार्टियों का हाथ बता रही हैं। इस बीच जेएनयू हिंसा पर बीजेपी की सीनियर लीडर और पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने कहा कि, देश में कुछ विचारक हैं जो एक सांप की तरह हैं जो संख्या में कम है लेकिन अत्यधिक विषैले हैं। जो देश का माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं।
नागरिक संशोधन अधिनियम के समर्थन में बुधवार को एक कार्यक्रम शामिल होने पहुंची भाजपा के फायर ब्रिगेड नेता उमा भारती ने जेएनयू हिंसा पर सांप का उदाहरण देते हुए कहा कि, देश में कुछ विचारक हैं जो एक सांप की तरह हैं जो संख्या में कम है लेकिन अत्यधिक विषैले हैं। वे अपने आसपास को जहरीला बनाने की कोशिश करते रहते हैं। हमें कुछ चीजों को ठीक करना होगा और हम उन्हें ठीक कर देंगे। माहौल इतना खराब कर दिया है कि हमें आप सब से संवाद करना पड़े ऐसी स्थिति बना दी गई हैं।
उमा भारती ने कहा कि, पुलिस मामले की जांच कर रही है। घटना की सत्यता सामने आ जाएगी। जिन्हें चोट लगी हैं। हमलावरों की पहचान की जा रही हैं। जेएनयू से मुझे लगाव था। मुझे पढऩे का मौका मिलता तो जेएनयू से पढ़ती। यूनिवर्सिटी का माहौल खराब कर जेएनयू पर कलंक का धब्बा लगाने का काम किया गया हैं। उन्होंने कहा कि, वामपंथियों के बीच टुकड़े-टुकड़े गैंग, पाकिस्तान परस्त लोग घुस आए हैं, इनके कारण वहां का माहौल बिगड़ा हैं।
BJP leader Uma Bharti on #JNUViolence: There are some thinkers in the country who are like a particular snake which is less in number but is highly venomous... Efforts are being made to make environment venomous... We have to fix some things & we will fix them. pic.twitter.com/JfHBXRsb8J
— ANI (@ANI) January 8, 2020
उमा भारती ने यहां जेएनयू हमले में एबीवीपी का नाम लेने वाले कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह के बयान पर भी पलटवार करते हुए कहा कि, दिग्विजय सिंह जब से भोपाल से हारे हैं, उसके बाद उनकी स्थिति बहुत खराब हो गए हैं। उनकी बातों को गंभीरता से नहीं लेना चाहिए। विद्यार्थी परिषद कभी भी इस तरह की हिंसा में शामिल नहीं हो सकती। सीएए के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शन पर उन्होंने कहा कि, देश में 0.5 प्रतिशत भी सीएए का विरोध नहीं हैं। मुसलमानों की भी अब शंका दूर हो गई। धर्म के आधार पर कांग्रेस ने भारत का बंटवारा किया है।