PM मोदी ने 18 हजार MSME को ट्रांसफर किए 500 करोड़ रुपये, कहा- लोकल उत्पादों को वैश्विक बनाने पर फोकस
पीएम मोदी ने उद्यमी भारत कार्यक्रम के दौरान (Udyami Bharat PM Modi) कहा कि सरकार MSME सेक्टर के विकास पर पूरा ध्यान दे रही है। उन्होंने 18 हजार MSME को 500 करोड़ रुपये डिजिटली ट्रांसफर भी किए।
नई दिल्ली, 30 जून : विज्ञान भवन में पीएम मोदी ने उद्यमी भारत कार्यक्रम के दौरान (Udyami Bharat PM Modi) रैंप योजना (RAMP Scheme) और प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (PM Employment Generation Program) के नए फीचर्स की शुरुआत की। इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के अलावा कई उद्यमी भी मौजूद रहे। इन उद्यमियों की उल्लेखनीय उपलब्धियों के लिए पीएम मोदी ने सम्मानित भी किया। प्रधानमंत्री ने कहा, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग (MSME) सेक्टर को विकसित करने का पूरा प्रयास किया जा रहा है।
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MSME सेक्टर बधाई का पात्र
प्रधानमंत्री ने कहा, हमारे देश के अलग-अलग हिस्सों और हर जिले और अद्वितीय स्थानीय उत्पादन होते हैं। उन्होंने कहा कि हमने अपने उत्पादों को वैश्विक बनाने का संकल्प लिया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि 18,000 एमएसएमई को 500 करोड़ रुपये से अधिक राशि डिजिटली हस्तांतरित करने के बाद कहा, एमएसएमई क्षेत्र बधाई का पात्र है।
GeM पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन, सरकार खरीदेगी उत्पाद
उन्होंने कहा कि आसान शब्दों में, अगर भारत आज 100 रुपये कमाता है, तो 30 रुपये हमारे एमएसएमई क्षेत्र के कारण आता है। हमारे लिए एमएसएमई का अर्थ है - सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों को अधिकतम समर्थन... मैं अपने सभी एमएसएमई से जीईएम पोर्टल (GeM Portal) पर पंजीकरण करने का आग्रह करता हूं। उन्होंने रजिस्ट्रेशन का लाभ बताते हुए कहा, पंजीकरण कराने से आपके उत्पाद सरकार खरीद सकेगी।
200 रुपये का ऑर्डर ! ग्लोबल टेंडर से मुक्ति
बकौल पीएम मोदी, सरकार ने फैसला लिया है कि 200 करोड़ रुपए तक के ऑर्डर के लिए कोई ग्लोबल टेंडर नहीं किया जाएगा। यह कुछ मायनों में एमएसएमई के लिए आरक्षण है। इसका मकसद यह सुनिश्चित करना है कि हम स्थानीय रूप से निर्मित उत्पादों को बढ़ावा दें। उन्होंने कहा, दूसरे देशों के साथ जुड़ाव के 3 स्तंभ हैं - व्यापार, प्रौद्योगिकी और पर्यटन।