उद्धव ठाकरे ने कहा- "महाराष्ट्र में आरोपी ही नहीं, शिकायतकर्ता भी हो जाते हैं लापता"
नई दिल्ली: 23 अक्टूबर। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने औरंगाबाद में एक कार्यक्रम में कहा ''यहां तो शिकायत दर्ज कराने के बाद शिकायतकर्ता लापता हो जाता है। ये बात सीएम ने बिना नाम लिए आईपीएस परमबीर सिंह की ओर इशारा करते हुए कही।

सीएम ठाकरे महाराष्ट्र के औरंगाबाद में बॉम्बे हाईकोर्ट की औरंगाबाद पीठ के एनेक्सी इमारत के लोकार्पण समारोह में बोल रहे थे। ठाकरे ने इसके साथ कहा
ऐसी स्थिति में वाकई ध्यान देने की जरूरत है। अब वो शिकायत दर्ज हुई है तो जांच भी होगी ही, जांच हो भी रही है, लेकिन कोई सीमा या हद तो होनी ही चाहिए। न्याय करना किसी एक आदमी का काम नहीं है। ये तो सामूहिक काम है. कई लोग इस न्यायिक प्रक्रिया टीम का हिस्सा होते हैं!
ठाकरे ने इस अवसर पर कहा
इससे पहले उन्हें ऐसे समारोहों में अपनी बात रखने का मौका नहीं मिला। मुझे जजों के सामने बोलना चुनौतीपूर्ण लग रहा है लेकिन वो ज्यादा महत्वपूर्ण समय रहा होगा जब लोकमान्य तिलक ने जूरी के सामने अपनी बात रखी थी। लोकतंत्र जिम्मेदारी वाली छत है जिसमें जिम्मेदारी के खंभों के रूप में विधायिका, कार्यपालिका, न्यायपालिका और मीडिया के कंधे हैं। न्यायपालिका पर दबाव का मतलब लोकतंत्र पर दबाव है। कोई एक खंभा भी कमजोर होगा तो लोकतंत्र की छत कमजोर होगी। फिर कोई खंभा भी नहीं होगा और छत गिरने के बाद खंभे का कोई अर्थ भी नहीं होगा। भीमा कोरोगांव हिंसा: आयोग ने परमबीर सिंह को भेजा समन, गवाह के तौर पर होंगे पेश
इस लोकार्पण समारोह को देश के भावी चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने कुछ अजीब मुकदमों का जिक्र करते हुए कहा
सांगोला तालुका में एक लंबित मुकदमे का आरोपी 1958 से फरार है और अब तक उसका कोई पता नहीं चल पाया। अब तो भगवान ही जाने कि वह अब है भी या नहीं ।