मन्नान वानी की गतिविधियों पर रिपोर्ट तैयार करने के लिए कमेटी का गठन
नई दिल्ली। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी ने गुरुवार को पीएचडी रिसर्च छात्र मन्नान वानी के मामले की जांच के लिए दो सदस्यीय कमेटी का गठन किया है, यह कमेटी संस्थान से निष्कासित छात्र मन्नान के की गतिविधियों पर एक रिपोर्ट तैयार करेगी। मन्नान वानी पर आरोप है कि वह आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल हो गया है। मन्नान वानी उस वक्त चर्चा में आया था जब ऑटोमैटिक हथियार के साथ उसकी तस्वीर सामने आई थी, जिसके बाद संस्थान ने उसे निष्कासित कर दिया था। इससे पहले हिजबुल मुजाहिदीन ने दावा किया था कि मन्नान उनके संगठन में शामिल हो गया है।26 वर्षीय मन्नान की एके-47 के साथ तस्वीर सामने आई थी, जिसके बाद आरोप लगा था कि वह आतंकी संगठन का हिस्सा बन गया है। जिस तरह से मन्नान वानी के आतंकी सगंठन में शामिल होने की खबर सामने आई थी उसके बाद संस्थान ने उसे निष्कासित करते हुए संस्थान के भीतर अपने छात्रों पर नजर रखने के पुख्ता इंतजाम कर रहा है।
सख्त
हुए
नियम
दो
सदस्यी
कमेटी
में
प्रोफेसर
एसएच
आरिफ
को
इसकी
कमान
सौंपी
गई
है।
एएमयू
के
प्रवक्ता
एससफी
किदवई
बताया
कि
प्रोफेसर
कमलेश
चंद्र
इस
कमेटी
के
दूसरे
सदस्य
हैं
जोकि
वानी
पर
अपनी
विस्तृत
रिपोर्ट
पेश
करेंगे।
संस्थान
में
छात्रों
के
वेलफेयर
बोर्ड
के
डीन
प्रोफेसर
सगीर
खान
ने
कहा
कि
प्रोवोस्ट
और
वॉर्डेन
देर
रात
तक
अपने
हॉल
की
निगरानी
करते
हैं
और
नजर
रखते
हैं,
हॉल
में
किसी
भी
बाहरी
व्यक्ति
को
आने
की
इजाजत
नहीं
दी
जाएगी।
बिना
आईडी
के
किसी
को
भी
प्रवेश
नहीं
खान
ने
कहा
कि
छात्रों
को
संस्थान
में
सिर्फ
आईडी
कार्ड
दिखाने
के
बाद
ही
प्रवेश
दिया
जाएगा,
साथ
ही
किसी
भी
बाहरी
वाहन
को
संस्अथान
में
आने
की
अनुमति
नहीं
दी
जाएगी,
सभी
छात्रों
को
निर्देश
दिए
गए
हैं
कि
वह
अपने
वाहन
निर्धारित
जगह
पर
ही
पार्क
करे।
सभी
हॉल
में
सीसीटीवी
कैमरे
लगाए
गए
हैं
और
इस
बात
को
सुनिश्चित
किया
जा
रहा
है
कि
वह
सही
से
काम
कर
रहे
हैं।
छात्रों
से
कहा
गया
है
कि
वह
किसी
भी
बाहरी
व्यक्ति
से
बात
नहीं
करे।
हर
किसी
पर
पैनी
नजर
वहीं
एसपी
अतुल
श्रीवास्तव
ने
कहा
कि
मन्नान
की
घटना
के
बाद
हम
संस्थान
के
सभी
छात्रों
पर
पैनी
नजर
रखेंगे,
हमे
जिस
भी
छात्र
के
खिलाफ
खुफिया
एजेंसी
की
ओर
से
इनपुट
मिलेंगे
उनपर
हम
पैनी
नजर
रखेंगे।
हालांकि
पुलिस
का
कहना
है
कि
मन्नान
के
पीछे
एमएमयू
की
मिलीभगत
नहीं
हो
सकती
है।
आपको
बता
दें
कि
क्यूएस
वर्ल्ड
यूनिवर्सिटी
की
2018
रैंकिंग
में
एएमयू
801-1000
के
बीच
है।