त्रिपुरा पुलिस का दावा- मस्जिद जलाए जाने की खबर गलत, वायरल हो रही तस्वीर है फर्जी
नई दिल्ली, 28 अक्टूबर: सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि त्रिपुरा में मुस्लिमों के साथ अत्याचार हो रहा है। साथ ही वहां पर एक मस्जिद जलाई गई है। इससे संबंधित कुछ तस्वीरें भी वायरल की जा रहीं। अब इस मामले में त्रिपुरा पुलिस ने सफाई दी है। जिसमें कहा गया कि राज्य में कानून व्यवस्था सामान्य है। वहां पर किसी भी मस्जिद को नहीं जलाया गया है। लोग अफवाह ना फैलाएं और शांति व्यवस्था बनाए रखें। त्रिपुरा में ही दो दिन पहले विश्व हिंदू परिषद पर एक मस्जिद में तोड़फोड़ का आरोप लगा था।
त्रिपुरा पुलिस ने ट्वीट कर लिखा कि पानीसागर उपमंडल के चमटीला में अगले आदेश तक के लिए धारा 144 लागू कर दी गई है। सोशल मीडिया पर फेक अकाउंट के जरिए कुछ तस्वीरें वायरल की जा रही हैं, जिसमें दावा किया गया कि मस्जिद में आग लगाई गई, लेकिन वास्तव में वो मस्जिद पूरी तरह से सुरक्षित है। इन तस्वीरों को शेयर करने का मकसद सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़कर निहित स्वार्थ को लाभ पहुंचाना है। पुलिस और प्रशासन लोगों से अपील करता है कि सभी शांति बनाएं रखते हुए कानून का पालन करें।
पुलिस
महानिदेशक
ने
कही
थी
ये
बात
वहीं
दूसरी
ओर
बुधवार
को
पुलिस
महानिदेशक
वीएस
यादव
ने
कहा
था
कि
कुछ
छिटपुट
घटनाओं
को
छोड़कर
उत्तरी
त्रिपुरा
में
स्थिति
शांतिपूर्ण
है।
राज्य
की
सभी
मस्जिदों
के
पास
सुरक्षाबलों
को
तैनात
किया
गया
है।
त्रिपुरा
राज्य
जमीयत
उलमा
ने
इसकी
पुष्टि
की
है।
उनकी
ओर
से
जारी
बयान
के
मुताबिक
मस्जिदों
पर
जवान
तैनात
हैं।
राज्य
सरकार
शांति
बनाए
रखने
के
लिए
काम
कर
रही
है।
'सरकार कब तक अंधी-बहरी होने का नाटक करती रहेगी? राहुल गांधी का त्रिपुरा हिंसा पर BJP पर हमला
ऐसे
शुरू
हुआ
मामला
आपको
बता
दें
कि
पड़ोसी
देश
बांग्लादेश
में
हाल
ही
में
कई
मंदिरों
पर
हमला
हुआ
था।
उसी
के
विरोध
में
विश्व
हिंदू
परिषद
ने
भी
एक
रैली
निकाली।
आरोप
है
कि
उस
दौरान
कुछ
लोगों
ने
चमटीला
की
एक
मस्जिद
में
तोड़फोड़
की।
साथ
ही
दो
दुकानों
को
आग
के
हवाले
कर
दिया।
तब
से
वहां
पर
हालात
तनावपूर्ण
बने
हुए
हैं।