भारत में जापानी इन्सेफेलाइटिस का कहर, 550 लोगों की मौत
अरुणाचल प्रदेश में अब तक इन्सेफेलाइटिस के 11 मामले सामने आए हैं, जबकि कल एक 10 वर्षीय बच्ची की इलाज के दौरान मृत्यु हो गई। इन्सेफेलाइटिस के लक्षण ज्यादातर 1 से 14 साल के बच्चों में दिखे हैं। सभी मरीजों को अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। वहीं राज्य स्वास्थ्य मंत्री ने लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है।
550 लोगों की मौत
भारत सरकार ने इस बीमारी से निपटने के लिए जोर-शोर से अभियान शुरु कर दिया है। इस बीमारी की वजह से अब तक देश भर में 550 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है, जिनमें ज्यादातर बच्चे हैं। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि इस वायरस के खिलाफ 100 प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित करना उनकी प्राथमिकता है। निगरानी, नियंत्रण उपाय और ज्यादा से ज्यादा टीकाकरण जैसे कदम योजना के तहत शुरु किये गए हैं।
70 मिलियन लोगों को खतरा
स्वास्थय विशेषज्ञों का मानना है कि देश भर में 70 मिलियन से ज्यादा बच्चों को इसका खतरा है। इस साल उत्तर प्रदेश में इस बीमारी से 104 लोगों की मौत हो गई है। वहीं, बिहार में 162, पश्चिम बंगाल में 117, असम में 165 लोग इस बीमारी की कहर से बच नहीं पाए। जबकि देश भर में हजारों लोग इस बीमारी से जूझ रहे हैं। इससे निपटने के लिए राज्य सरकार तत्काल प्रभाव से कदम उठा रही है।
जापानी इन्सेफेलाइटिस से हर दिन कई बच्चे प्रभावित हो रहे हैं। दिन-ब-दिन इसके बढ़ते मामले देखकर राज्य सरकारों ने स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश दिया है कि मामलों के त्वरित निदान के लिए सारे उपायों को तैयार रखें। साथ ही बीमारी से प्रभावित और आसपास के इलाकों में पूर्व जांच करें। सरकार द्वारा टीकाकरण मुहिम ने भी जोर पकड़ा है लेकिन कई इलाकों में अब तक यह पहुंच नहीं बना पाया है, जिस वजह से मरने वालों की संख्या में इजाफा हो रहा है।