'टेरर बोट' मैटर पर पाकिस्तान ने भारत को बताया क्रूर और गलत
इस्लामाबाद। 'टेरर बोट' पर कोस्टयार्ड के डीआईजी लोशाली के बयान के बाद पाकिस्तान को भी मुंह खोलने का मौका मिल गया है। उसने इस मुद्दे पर भारत की निंदा की है और उसे क्रूर कहा है। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने आरोप लगाया है कि इस घटना ने फिर साबित कर दिया है कि भारत ने अंतर्राष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन किया है, भारत ने हमारे ऊपर निराधार आरोप लगाये हैं और हमारे चार निर्दोष लोगों की क्रूरता पूर्वक जान भी ले ली।
मालूम हो कि अंग्रेजी अखबार 'द इंडियन एक्सप्रेस' की खबर के मुताबिक डीआईजी कोस्ट गार्ड बीके लोशाली ने कहा है कि 31 दिसंबर की रात को उनके आदेश पर ही नाव में ब्लास्ट किया गया था, उन्होंने कहा कि मैं उस दिन गांधीनगर में था और मैंने उस रात आदेश देते हुए कहा था, नाव में आग लगा दो...हम उन्हें बिरयानी नहीं परोसना चाहते हैं, जिसके बाद नाव में आग लगा दी गई।
पाकिस्तान ने भारत को बताया क्रूर
हालांकि इस मुद्दे पर जब हंगामा मच गया तो लोशाली ने कहा कि मैंने ऐसा कुछ नहीं कहा था, मेरे बयान को मीडिया ने तोड़-मरोड़ कर पेश किया है। वह अभियान मेरे अंतर्गत नहीं हुआ था। मुझे इस बारे में पूरी जानकारी नहीं थी। हां मैने यह जरूर कहा है कि .हम उन्हें बिरयानी नहीं परोसना चाहते हैं। जिसके बाद रक्षा मंत्री ने मनोहर पार्रिकर ने कहा कि वो इस बात का सबूत देंगे कि उन्होंने झूठ नहीं बोला है और लोशाली के खिलाफ जांच भी होगी कि उन्होंने इस तरह से बेबुनियाद जवाब क्यों दिया है?
लोशाली ने दिया विवादित बयान फिर पलटे
गौरतलब है कि यह घटना 31 दिसंबर की रात की है जब कोस्ट गार्ड ने एक पाकिस्तानी नाव का पता लगाया था जो गुजरात में भारतीय जल सीमा में प्रवेश कर गई थी। इससे पहले कि कोस्ट गार्ड नाव को रोक पाती, इसमें धमाके के साथ आग लग गई और पूरी तरह पानी में डूब गई। नाव में आग लगा दो...हम उन्हें बिरयानी नहीं परोसना चाहते हैं।
पाक ने लगाये भारत पर हत्या का आरोप
नाव में चार लोग सवार थे और कोस्ट गार्ड की चेतावनी के बाद भी नाव नहीं रुकी, जिसके बाद इसमें धमाका हो गया। तब कहा गया था कि आतंकियों ने खुद नाव को उड़ाया। जिस पर रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर ने कहा था कि पकड़े जाने के डर से आतंकवादियों ने यह किया है, हो सकता है कि आग लगाने से पहले सबने साइनाइड भी खायी हो।