दुबई की कोर्ट ने दी जिसे 500 साल की सजा, गोवा में जीता था ऐसी शानदार लाइफ
लिमोस 2015 में तब चर्चा में आया था जब उसकी कंपनी एफसी प्राइम मार्केट्स इंडियन सुपर लीग में गोवा फ्रेंचाइज की एफसी गोवा की स्पॉन्सर बनी
नई दिल्ली। दुबई की कोर्ट ने दो भारतीयों सिडनी लिमोस और रियान डिसूजा को अरबों रुपये के घोटाले के मामले में 500 साल की सजा सुनाई है। इनमें से एक बिजनेसमैन है जबकि दूसरा उसका अकाउंट स्पेशलिस्ट है। ये दोनों ही लोग गोवा के रहने वाले हैं। सिडनी लिमोस तो गोवा में ऐशो आराम की जिंदगी जीता था। वह अपनी लाइफस्टाइल के लिए काफी फेमस है। वो अपनी लग्जरी कारों के लिए जाना जाता हैं। लग्जरी गाड़ियां का शौकीन लिमोस गोवा के फास्ट लेन में रहता था। वह अपनी मंहगी लाइफ स्टाइल से निवेशकों को आकर्षित करता था। लिमोस फेरारी और मासेराती जैसी मंहगी गाड़ियों में चलता था।
गोवा में जीता था रईसों की जिंदगी
सिडनी लिमोस की तरक्की देखकर कई लोग जलते भी थे। लिमोस की लाइफ स्टाइल बड़े-बड़े सेलिब्रिटी से मैच खाती थी। वह दुबई के पॉश इलाके अल बरशा में रहता था। लिमोस तो सोशल मीडिया से दूर रहता था लेकिन उसकी पत्नी वलाने सोशल मीडिया पर ऐक्टिव रहती है। दोनों को महंगी कारों में चलने का शौक है। लिमोस एक जूनियर फुटबॉल प्लेयर भी है। वो साल 2015 में एफसी गोवा क्लब को स्पोंसर करने के लिए भी गया था और उसका दुबई में एफसी बर्देज क्लब भी है। उसने पोंजी स्कीम के तहत निवेशकों से धोखाधड़ी की थी।
बड़े-बड़े लोगों से थी पहचान
लिमोस 2015 में तब चर्चा में आया था जब उसकी कंपनी एफसी प्राइम मार्केट्स इंडियन सुपर लीग में गोवा फ्रेंचाइज की एफसी गोवा की स्पॉन्सर बनी। उसकी पहचान इस लीग से जुड़े बड़े चेहरों से भी थी, जिनमें मास्टर-ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर से लेकर अभिषेक बच्चन और रणबीर कपूर तक शामिल हैं। यही नहीं लिमोस और वालेनी को फुटबॉल जगत के बड़े सितारे जीको और रोनाल्डिन्हो जैसे सितारों के साथ वीआईपी रूम में मिलने का मौका मिला। इनकी मुलाकात दुबई के एक पॉपुलर नाइट क्लब में हुई थी, जो अपने वीआईपी क्लाइंट के लिए जाना जाता है। कोर्ट ने लिमोस को 200 मिलियन डॉलर के घोटाले में हजारों निवेशकों को धोखा देने के मामले में यह सजा सुनाई गई है। सिडनी लिमोस ने अपनी कंपनी के माध्यम से निवेशकों को न्यूनतम 25 हजार डॉलर के निवेश पर उन्हें 120 प्रतिशत तक का सालाना रिटर्न देने का झांसा दिया था।
कोर्ट ने दी है 500 साल की सजा
लिमोस की कंपनी ने शुरूआत में लोगों को पैसे दिए लेकिन मार्च 2016 के बाद से उन्हें रिटर्न देना बंद कर दिया। दुबई की आर्थिक विभाग को जब कंपनी के फर्जीवाड़े का पता चला तो उसने उसके दफ्तर पर ताला जड़ दिया। दरअसल कंपनी के मालिक आरोपी सिडनी लिमोस और उसकी पत्नी वलाने और रियान डिसूजा के खिलाफ ऐसे ही धोखाधड़ी के 515 मामले दर्ज थे। कोर्ट ने उन्हें हर एक मामले के लिए एक-एक साल की सजा सुनाई और दो अन्य मामलों में 2-2 साल की सजा सुनाई गई। इस तरह से कुल 515 मामलों में 517 साल की जेल की सजा सुनाई गई।
ये भी पढ़ें- दुबई की कोर्ट ने दो भारतीयों को सुनाई 500 साल की सजा, जानिए गुनाह क्या है
ये भी पढ़ें- कठुआ गैंगरेप में पुलिस अधिकारी ने कहा था: पहले मैं रेप कर लूं, फिर इसकी हत्या करना