बड़ा खुलासा: एनआईटी पासआउट है केरल का आईएसआईएस रिक्रूटर
दुनिया के सबसे बड़े आतंकी संगठन आईएसआईएस के लिए भारत में भर्तियां करने वाले शजीर मंगलाचारी अब्दुल्ला के बारे में जानकारी मिली है कि वह एनआईटी कालीकट से स्नातक का छात्र रहा है।
कोझीकोड। केरल में आईएसआईएस का नेटवर्क खड़ा करने वाले और भर्तियां करने वाले सरगना को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। जांच एजेंसियों के मुताबिक आरोपी शख्स शजीर मंगलाचारी अब्दुल्ला कालीकट के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से पास आउट है।
पेरिस हमले के हमलावरों को जानता था भारत में बैठा ISIS का शख्स
एनआईटी कालीकट से स्नातक का छात्र है शजीर
दुनिया के सबसे बड़े आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) के लिए भारत में भर्तियां करने वाले शजीर मंगलाचारी अब्दुल्ला के बारे में जानकारी मिली है कि वह एनआईटी कालीकट से स्नातक का छात्र रहा है।
Video: अगले आत्मघाती हमलावर चुने जाने पर कैसे खुशी बना रहा है ISIS आतंकी
शजीर का जन्म 1981 में हुआ
वह इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी का एक्सपर्ट है, उसने 2002 में सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद 2004 में नौकरी के सिलसिले में संयुक्त अरब अमीरात चला गया। उसका पहला पासपोर्ट कोझीकोड पासपोर्ट ऑफिस से सितंबर 2004 में जारी किया गया। इसे नवंबर 2014 में रिन्यू किया गया।
शजीर के परिवार और रिश्तेदारों के मुताबिक मिडिल क्लास परिवार से होने के बावजूद भी वो पढ़ाई में बेहद तेज था। परिजनों और रिश्तेदारों के मुताबिक शजीर का जन्म 1981 में हुआ। उसकी दो बहनें और एक भाई है। शजीर के पिता का निधन हो गया है। उसके रिश्तेदारों के मुताबिक शजीर की शुरूआती पढ़ाई वयानाद के सुल्तान बठेरी स्थित स्कूल में हुई।
आईएसआईएस से शजीर के जुड़ने से परिजन परेशान
शजीर के पिता ड्राइवर थे। जब शजीर का एनआईटीसी में एडमिशन हुआ तो उसका परिवार कोझीकोड के मोझीक्कल इलाके में रहने लगा। हालांकि शजीर के आतंकी संगठन से जुड़ने की जानकारी के बाद उसके परिवार के सदस्य सदमे में हैं।
मोझीक्कल में तीन दिन पहले पुलिस ने पहुंच कर उसके परिवार से अब तक की जानकारी ली। साथ ही जरूरी जानकारियों उन्हें बताई। फिलहाल आईएसआईएस से जुड़ने के शजीर के खुलासे पर परिजन सकते में हैं। उनका कहना है कि उन्हें इस बारे में कुछ पता नहीं है। शजीर हमेशा पैसे भेजता था जिससे घर का खर्च चलता था।
फेसबुक पेज पर चर्चा के दौरान आईएसआईएस के संपर्क में आया
शजीर के भाई और बहन ने ये जानकारी दी। शजीर के घर के पड़ोस में रहने वाले लोगों ने भी कहा कि वह बहुत अंतर्मुखी था। किसी से ज्यादा मिलता-जुलता नहीं था।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बताया कि आईएस से जुड़े मामलों की जांच में पता चला है कि शजीर आईएसआईएस के केरल माड्यूल का सरगना था। जिसका भंडाफोड़ कनकमाला में हाल ही में हुआ है। जांच में पता चला है कि उसके अफगानिस्तान के आतंकी संगठनों के आकाओं से संपर्क में था।
एसडीपीआई का समर्थक था शजीर
शजीर, आईएसआईएस में शामिल होने से पहले सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) का समर्थक था। जो पॉप्यूलर पार्टी ऑफ इंडिया (पीएफआई) का ही एक संगठन था। हालांकि ये साफ नहीं हो सका है कि शजीर कैसे और कब आईएसआईएस के संपर्क में आया।
हालांकि सूत्र बता रहे हैं कि वह राजनीतिक पार्टी के कार्यों से खुश नहीं था। उसने अपने राजनैतिक ग्रुप से संबंधित बातों के लिए फेसबुक पेज बनाया और उस पर चर्चाएं भी की। इसी दौरान बातचीत में वह आईएसआईएस की प्रोत्साहित हुआ।