सुषमा बैक इन एक्शन, यमन में पादरी फादर टॉम उजहूनालिल की रिहाई का दिया भरोसा
यमन में आईएसआईएस के चंगुल में बंधक बनाए गए कैथोलिक फादर टॉम की रिहाई का सुषमा स्वराज ने किया वादा। फादर टॉम का एक वीडियो हुआ है पिछले दिनों वायरल।
नई दिल्ली। केंद्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने केरल के रहने वाले कैथोलिक पादरी फादर टॉम उजहूनालिल की रिहाई का भरोसा दिलाया है। उन्हें इस वर्ष चार मार्च को यमन में आईएसआईएस ने बंधक बना लिया था। वह केरल के रहने वाले हैं। पिछले दिनों फादर टॉम का एक वीडियो आया है जिसमें उन्होंने भारत सरकार के अलावा पोप फ्रांसिस से रिहाई की अपील की है।
हर हाल में रिहा होंगे फादर टॉम
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज किडनी ट्रांसप्लांट के बाद ऑफिस वापस लौटी हैं। उन्होंने देशवासियों को भरोसा दिलाते हुए कहा है कि फादर टॉम को हर हाल में आईएसआईएस के कब्जे से मुक्त कराया जाएगा। उन्होंने ट्वीट किया और लिखा, 'मैंने फादर टॉम का वीडियो देखा है। वह एक भारतीय नागरिक हैं और हर भारतीय की जिंदगी हमारे लिए अनमोल है।' उन्होंने आगे लिखा, 'हमने अफगानिस्तान से एलेक्स प्रेम कुमार और जूडिथ डिसूजा को रिहा कराया था। हम फादर टॉम की रिहाई में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।' फादर टॉम ने एक वीडियो रिलीज किया था। इस वीडियो में उन्होंने कहा था, 'अगर मैं यूरोपियन पादरी होते तो मेरे मामले को ज्यादा गंभीरता से लिया जाता। मैं भारतीय हूं इसलिए मेरी कोई अहमियत नहीं है।' क्रिसमस के एक दिन बाद आया फादर टॉम का यह वीडियो वायरल हो चुका है।
क्या कहा भारत सरकार ने
वीडियो
में
फादर
काफी
कमजोर
नजर
आ
रहे
हैं।
वह
पोप
से
अपील
कर
रहे
हैं,
'डियर
पोप
फ्रांसिस,
डियर
होली
फादर,
एक
पिता
के
रूप
में
प्लीज
मेरी
लाइफ
का
ख्याल
करें।
मैं
बेहद
निराश
हूं,
मेरी
सेहत
बिगड़ती
जा
रही
है।'
वीडियो
में
टॉम
यह
दावा
भी
कर
रहे
हैं
कि
उन्हें
बंधक
बनाने
वाले
आतंकवादियों
ने
भारत
सरकार,
प्रधानमंत्री
नरेंद्र
मोदी
और
राष्ट्रपति
प्रणब
मुखर्जी
से
कई
बार
कॉन्टैक्ट
किया
लेकिन
किसी
ने
कोई
प्रतिक्रिया
नहीं
दी।
उनका
कहना
है
कि
उनकी
रिहाई
के
लिए
किसी
ने
गंभीरता
से
नहीं
सोचा।
कुछ
रिपोर्ट्स
में
कहा
गया
कि
उनकी
रिहाई
के
लिए
सारे
इंतजाम
हो
चुके
थे
लेकिन
अब
उन्हें
लगता
है
कि
यह
सच
नहीं
था।
उन्होंने
बताया
कि
मिडिल
ईस्ट
से
किडनैप
एक
न्यूज
रिपोर्टर
को
तो
रिहा
कर
दिया
गया
क्योंकि
वह
फ्रांस
की
थी।
लेकिन
उनकी
किसी
को
कोई
फिक्र
नहीं
है।
भारत
सरकार
ने
इस
वीडियो
के
सामने
आने
के
बाद
कहा
कि
फादर
की
रिहाई
के
लिए
यमन
अथॉरिटीज
और
सऊदी
अरब
से
लागातार
संपर्क
किया
जा
रहा
है।
I have seen the video from Fr Tom. He is an Indian citizen and the life of every Indian is most precious for us. /1
— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) December 27, 2016