68 फीसदी लोगों का मानना, भारत के लिए चीन पाकिस्तान से बड़ा खतरा: सर्वे
नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच पिछले कई दशकों से तनाव हैं, अक्सर पाकिस्तान भारत में सीमा के रास्ते आतंकियों को घुसपैठ कराने की कोशिश करता है, सीजफायर का उल्लंघन करता है। ऐसे में पाकिस्तान के साथ भारत की दुश्मनी हर किसी को पता है। लेकिन जिस तरह से पिछले एक महीने में भारत और चीन के बीच माहौल तनावपूर्ण हुए हैं, उसके बाद यह सवाल खड़ा होने लगा है कि आखिर भारत के लिए कौन सा देश बड़ा खतरा साबित हो सकता है, पाकिस्तान या चीन। इसी सवाल को लेकर सीवोटर की ओर से एक सर्वे किया गया है, जिसमे लोगों से पूछा गया है कि वह पाकिस्तान और चीन में किसे बड़ा खतरा मानते हैं।
कौन बड़ा खतरा, चीन या पाक?
इस सर्वे में के जो नतीजे आए हैं, उसके अनुसार 68 फीसदी लोग मानते हैं कि भारत के लिए चीन बड़ा खतरा है, जबकि 32 फीसदी लोग मानते हैं कि पाकिस्तान भारत के लिए बड़ा खतरा है। सर्वे के दौरान लोगों से पूछा गया कि क्या चीन को माकूल जवाब देने में भारत सरकार ने सही फैसला लिया, इसपर लोगों 60 फीसदी लोगों का मानना है कि चीन ने जो हरकत की है उसे उसका जवाब नहीं मिला है, देश के 20 जवान जो वीरगति को प्राप्त हुए हैं, उनका बदला अभी नहीं लिया गया है।
एनडीए सरकार या विपक्ष?
हालांकि सर्वे में लोगों ने एनडीए की सरकार पर भरोसा जताया है। 73.6 फीसदी लोगों का कहना है कि वो विपक्ष के किसी भी दल से ज्यादा वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भरोसा करते हैं। सिर्फ 16.7 फीसदी भारतीयों ने विपक्ष का समर्थन किया है, जबकि 9.6 फीसदी लोगों को किसी ना तो मोदी सरकार और ना ही विपक्ष पर भरोसा है। इन लोगों का मानना है कि ना तो विपक्ष और ना ही मोदी सरकार चीन की समस्या से निपट सकती है।
राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए कौन बेहतर, पीएम मोदी या राहुल?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कांग्रेस नेता राहुल गांधी से तुलना किए जाने पर लोगों ने प्रधानमंत्री मोदी पर ज्यादा भरोसा जताया है। जबकि 61 फीसदी लोगों राहुल गांधी पर भरोसा नहीं है। राहुल गांधी लगातार मोदी सरकार पर चीन के मसले को लेकर हमलावर हैं, लेकिन लोगों ने राहुल गांधी में भरोसा नहीं जताया है। 76.6 फीसदी लोगों ने मोदी सरकार पर राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर भरोसा जताया है, जबकि 14.4 पीसदी लोगों ने राहुल गांधी पर इस मामले में भरोसा जताया है।
चीनी उथ्पाद का करेंगे बहिष्कार
चीनी उत्पाद के बहिष्कार को लेकर लोगों से जब सवाल पूछा गया तो 68 फीसदी इसके पक्ष में हैं, इन लोगों का मानना है कि भारत चीनी उत्पाद का बहिष्कार करेगा। जबकि 31 फीसदी लोगों का कहना है कि भारत में लोग जो चीनी उत्पाद खरीद रहे थे, उसे खरीदना जारी रखेंगे, इससे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है कि भारत और चीन के बीच तनाव है।