Gujarat Verdict: नहीं संभालते शहरी मतदाता तो ढह जाती भाजपा
गांधीनगर। गुजरात में छठीं बार भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने जा रही है। 182 सीट की विधानसभा में 99 सीट भाजपा, 80 कांग्रेस और 3 अन्य ने जीती। राज्य की कुल 182 सीटों में 55 शहरी क्षेत्रों में से 43 सीट पर भाजपा ने जीत हासिल की है। वही कांग्रेस के हाथ सिर्फ 12 सीट ही आई। ऐसे में माना जा रहा है कि भाजपा की लाज शहरी वोटरों ने बचा ली। वहीं ग्रामीण इलाकों की 127 सीटों मे से 71 सीटें कांग्रेस को मिली और भाजपा को 56 सीट। जानकारों का मानना है कि कांग्रेस को ग्रामीण क्षेत्र ने संभाला है। अगर शहरी मतदाताओं ने भाजपा को नहीं संभाला होता तो बीजेपी ढह जाती। ग्रामीण मतदाताओं ने कांग्रेस में काफी यकीन दिखाया। हाालंकि उन्हें हार का सामना करना पड़ा। वहीं हार के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुजरात और हिमाचल प्रदेश में हुई हार को स्वीकार कर लिया है।
राहुल ने किया ट्वीट
राहुल ने ट्वीट किया कि कांग्रेस पार्टी लोगों के फैसले को स्वीकार करती है और दोनों राज्यों में नई सरकारों को बधाई देती है। मैं गुजरात और हिमाचल के लोगों को उनके मेरे प्रति प्रकट किए गए प्रेम के लिए धन्यवाद देता हूं।
2019 का सेमिफाइनल
ये परिणाम गुजरात चुनाव का असर साल 2019 के लोकसभा चुनावों पर भी डाल सकते हैं। इसलिए गुजरात विधानसभा चुनाव को सेमीफाइनल मैच कहा जा रहा था, जब संग्राम शुरू हुआ था तब कांग्रेस लड़ाई में ही नहीं थी लेकिन जिस तरह से उसने यहां का युद्द लड़ा उसने बीजेपी के नाक में दम कर दिया।
राहुल ने दी थी सलाह
राहुल गांधी ने गुजरात और हिमाचल प्रदेश में पार्टी की हार पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वो पार्टी की हार से निराश नहीं हैं। राहुल ने संसद भवन जाते हुए प् त्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि दोनों राज्यों में आए नतीजों से मैं निराश नहीं हूं और हमें निराश नहीं होना चाहिए। राहुल ने कहा कि मैं इस हार से निराश नहीं बल्कि संतुष्ट हूं। उन्होंने कहा कि हम अपने प्रदर्शन से संतुष्ठ है। उन्होंने कार्यकर्ताओं को भी इस हार से निराश न होने की सलाह दी है।