शिवसेना ने की राहुल गांधी की तारीफ, कहा- मोदी सरकार के सामने वो अकेला योद्धा खड़ा है
शिवसेना ने कहा कि भाजपा राहुल गांधी से डरती है, वर्ना गांधी परिवार को बदनाम करने के सरकारी अभियान नहीं चलाए जाते।
नई दिल्ली। Rahul Gandhi praises in Shiv Sena mouthpiece Saamana. भारतीय जनता पार्टी की पूर्व सहयोगी शिवसेना ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की तारीफ करते हुए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा है। शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के संपादकीय में लिखा है कि राहुल गांधी एक ऐसे योद्धा हैं, जो देश के दर मुद्दे पर अकेले केंद्र सरकार के सामने डटकर खड़े हो जाते हैं और इसीलिए भाजपा उनसे डरती है। आपको बता दें कि इससे पहले अभी हाल ही में शिवसेना सांसद संजय राउत ने कांग्रेस नेतृत्व के ऊपर सवाल उठाते हुए एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार के नेतृत्व में विपक्ष को एकजुट करने की बात कही थी।
'राहुल गांधी से डरते हैं दिल्ली में बैठे लोग'
शिवसेना ने सामना के संपादकीय में लिखा, 'दिल्ली में जो लोग सत्ता में बैठे हैं, वो राहुल गांधी से डरते हैं। अगर ऐसा नहीं होता, तो गांधी परिवार को बदनाम करने के सरकारी अभियान नहीं चलाए जाते। एक तानाशाह हमेशा डरा हुआ रहता है, भले ही एक अकेला इंसान ही उसके खिलाफ क्यों ना हो, और अगर वो अकेला यौद्धा ईमानदार हो, तो फिर उस तानाशाह का डर 100 गुना बढ़ जाता है। सरकार को राहुल गांधी का वही 100 गुना डर है।'
'राहुल के खिलाफ दुष्प्रचार करती है भाजपा'
सामना के संपादकीय में आगे लिखा गया है, 'भाजपा की तरफ से लगातार निशाना बनाए जाने के बावजूद, राहुल गांधी उनके खिलाफ खड़े हैं। भाजपा दुष्प्रचार करती है कि राहुल गांधी एक कमजोर नेता हैं, इसके बावजूद राहुल किसी भी मौके पर सरकार को घेरने से नहीं चूकते हैं। एक दिन पूरा विपक्ष भी एकजुट होकर इस सरकार के खिलाफ खड़ा होगा, हमारे देश का इतिहास यही कहता है।'
मोदी सरकार पर शिवसेना का हमला
मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए शिवसेना ने आगे कहा, 'राजनीतिक विरोधियों के बीच मतभेद हो सकते हैं, लेकिन दिल्ली के विजय चौक पर विपक्षियों का गला घोंटने और उनके सिर लटकाने की नीति चौंकाने वाली है। केंद्रीय एजेंसियां जैसे आयकर विभाग, ईडी आदि बेहद ईमानदार हैं। उनकी राजनीतिक निष्ठा पर कोई संदेह नहीं किया जा सकता। जब तक उनके राजनीतिक बॉस संकेत नहीं देंगे, तब तक ये एजेंसियां किसी के घर का दरवाजा नहीं खटखटाएंगी. इसलिए उन्हें दोष देने का कोई मतलब नहीं है।'