शक्तिसिंह गोहिल- मांडवी विधानसभा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी
नई दिल्ली। गुजरात की मांडवी विधानसभा सीट से कांग्रेस ने शक्तिसिंह गोहिल को अपना प्रत्याशी बनाया है। 2014 गुजरात विधानसभा चुनाव में उन्होंने चुनाव जीता था। कांग्रेस के कार्यकाल के दौरान वे शिक्षा, वित्त और स्वास्थ्य मंत्री भी रह चुके हैं। शक्तिसिंह का जन्म 04 अप्रैल 1960 में हुआ था। वे गुजरात विधानसभा के पूर्व विपक्षी नेता रहे हैं। शिक्षा की बात करें तो उन्महोंने रसायन विज्ञान से बीएससी और एलएलबी की पढ़ाई की हुई है। वे कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता भी रह चुके हैं। वे गुजरात के राजसी परिवार से ताल्लुक रखते हैं।
वकालत और पत्रकारिता की पढ़ाई कर चुके शक्ति सिंह गोहिल की सजग और शातिर नजर ने कांग्रेस की खत्म हो चुकी उम्मीदों को जिंदा कर दिया। 57 साल के गोहिल, गुजरात सरकार में 2 बार मंत्री रह चुके हैं और गुजरात विधानसभा में नेता विपक्ष भी रहे हैं। गोहिल गुजरात के एक प्रतिष्ठित राजघराने से ताल्लुक रखते हैं और राजनीती उन्हें विरासत में मिली है। गोहिल फिलहाल कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता भी हैं।
शक्ति सिंह का जन्म 4 अप्रैल 1960 को भावनगर जिले में लिम्डा में हुआ था। गोहिल गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र के लिम्डा राज्य के शाही परिवार के वह सबसे बड़े बेटे हैं। शक्ति सिंह ने बीएससी, एलएलएम, कंप्यूटर में डिप्लोमा और पत्रकारिता में डिप्लोमा लिया हुआ है। गोहिल 1986 में भावनगर जिला युवा कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष और 1989 में गुजरात राज्य युवा कांग्रेस के महासचिव पद के लिए निर्वाचित हुए। इसके बाद गोहिल स्थानीय निकाय चुनाव में चुनाव लड़े और भावनगर जिला जिला पंचायत के उपाध्यक्ष बने। गोहिल 1990 में एआईसीसी के सदस्य बने और यहीं से उनकी मुख्यधारा की राजनीति की शुरुआत हुई। उन्होंने 1990 में भावनगर दक्षिण निर्वाचन क्षेत्र से गुजरात विधान सभा के लिए चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। गोहिल कांग्रेस के सबसे मंझे हुए प्रवक्ताओं में से एक हैं। वे प्रेस कांफ्रेस से पहले सारी जानकारियां खुद ही जुटाते है।
मांडवी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र गुजरात विधानसभा की सीट नंबर 157 है। मांडवी भी कच्छ जिले में आती है। मांडवी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है। मांडवी से वर्ष 2012 में कांग्रेस के प्रभुभाई नगरभाई वसावा ने भाजपा की हेमलताबेन महेशभाई वसावा को भारी अंतर से हराया था। आपको बता दें कि इस सीट पर भी कांग्रेस का दबदबा रहा है।