शाह महमूद कुरैशी ने चीन के विदेश मंत्री को किया 'अर्जेंट' फोन, भारत-पाक तनाव पर की बात
नई दिल्ली: पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने चीन के विदेश मंत्री यांग वी को 'अर्जेंट' फोन किया। गुरुवार को उन्होंने फोन पर भारत-पाक के बीच चल रहे तनाव को लेकर उन्हें जानकारी दी। चीन के विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को इसकी जानकारी दी। विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि वांग ने कुरैशी को फोन पर दोनों देशों के बीच शांति वार्ता को प्रोत्साहित करने के लिए चीन के प्रयासों की जानकारी दी और उम्मीद दोहराई कि पाकिस्तान और भारत संयम बरतेंगे। दोनों देश हालात को बिगड़ने से रोकने की प्रतिबद्धता पूरी करेंगे।
कुरैशी ने रात को वांग यी को फोन किया
पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने चीन के अपने समकक्ष को बुधवार को उसके इलाके में दो भारतीय वायुसेना के जहाजों को मार गिराने के दावे के बाद फोन किया। भारत की बालाकोट में की गई एयर स्ट्राइक के जवाब में पाकिस्तान ने इसे अंजाम देने की बात कही। उन्होंने दावा किया कि भारत का एक पायलट भी उसने पकड़ा है। चीन के विदेश मंत्री ने कहा कि 27 फरवरी को देर रात पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने स्टेट काउंसलर और विदेश मंत्री वांग यी से फोन पर अर्जेंट बात की और उन्हें पाकिस्तान तथा भारत के बीच हालात के बारे में जानकारी दी।
सुषमा के साथ वांग से बुधवार को की थी बात
चीन के विदेश मंत्री वांग के साथ भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने बुधवार को विस्तृत बातचीत की थी। इससे पहले वांग ने बुधवार को चीन के वुझेन शहर में रूस, भारत और चीन (आरआईसी) के विदेश मंत्रियों की बैठक में भी भाग लिया था। इसके बाद पाक के विदेश मंत्री ने चीन के विदेश मंत्री को फोन मिलाया। वांग ने कुरैशी से कहा कि चीन मौजूदा तनाव को कम करने में सकारात्मक भूमिका निभाता रहेगा। चीन के विदेश मंत्रालय के मुताबिक वांग ने इस बात पर भी जोर दिया कि सभी देशों की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सही से सम्मान होना चाहिए।
सुषमा स्वराज ने एयर स्ट्राइक को सही ठहराया
सुषमा स्वराज ने चीन के अपने समकक्ष के सामने बातचीत में आतंकी हमले के मुद्दे को जोरदार तरीके से उठाया। उन्होंने वांग से कहा कि पुलवामा हमला पाकिस्तान द्वारा आतंकी संगठन जैश-ए-मुहम्मद को दी गयी छूट का सीधा परिणाम है। सुषमा और वांग की मुलाकात से एक दिन पहले भारत ने पाकिस्तान के बालाकोट में आंतकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सबसे बड़े आतंकी कैंप पर एयर स्ट्राइक की और उसे तबाह कर दिया। आरआईसी की मीटिंग में सुषमा ने चाइना और रुस से भारत ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सहयोग मांगा। मीटिंग के बाद वांग ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि हम आतंक के सभी रूपों से लड़ने को लेकर संयुक्त रूप से सहमत हैं। विशेष रूप से महत्वूर्ण ये है कि हमें आतंक और चरमपंथ की जमीन का नाश करना होगा। गौरतलब है कि जैश प्रमुख मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र द्वारा अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित कराने के भारत के प्रयासों को चीन के कई बार सफल नहीं होने दिया है।