2019 लोकसभा चुनाव: यूपी में सपा के साथ सीट शेयरिंग फॉर्मूले की खबरों को बीएसपी नकारा
नई दिल्ली। 2019 के लोकसभा चुनाव (lok sabha elections 2019) को लेकर बसपा सुप्रीमो मायावती (mayawati) और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (akhilesh yadav) के बीच बुधवार को सीट फार्मूला तय होने की खबरें सामने आई थीं। लेकिन अब ऐसी खबरें आ रही है कि, दोनों पार्टियों के बीच सीट बंटवारे को लेकर अभी तक कोई भी बातचीत नहीं हुई है। इसकी पुष्टि खुद बसपा के वरिष्ठ नेता सतीशचंद्र मिश्रा ने की है।
सीटों के बंटवारे पर जारी कथित रिपोर्ट झूठी
मीडिया में बसपा और सपा के बीच सीट बंटवारे की खबरें सामने आने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए राज्यसभा सांसद सतीशचंद्र मिश्रा ने कहा कि, यूपी में सीटों के बंटवारे पर जारी कथित रिपोर्ट झूठी हैं। अभी कुछ भी तय नहीं हुआ है, जो भी तय होगा मीडिया के माध्यम से सामने आ जाएगा। वहीं अब ये खबर भी सामने आ रही है कि, सपा के महासचिव ने रामगोपाल यादव ने भी इस तरह की खबरों का खंडन किया है।
ये फॉर्मूला सामने आया था
बुधवार को सूत्रों के हवाले से खबर आई थी कि अखिलेश यादव और मायावती ने लोकसभा चुनाव के लिए यूपी में सीटों के बंटवारे को अंतिम रूप दे दिया है। इस बंटवारे में चौधरी अजीत सिंह की पार्टी आरएलडी को भी शामिल किया गया है। यूपी की 80 लोकसभा सीटों पर तय किए गए फॉर्मूले के मुताबिक बहुजन समाज पार्टी (BSP) 38 सीटों पर, समाजवादी पार्टी (SP) 37 सीटों पर और राष्ट्रीय लोकदल (RLD) 3 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। बची हुई दो सीटों अमेठी और रायबरेली में सपा या बसपा अपने उम्मीदवार नहीं उतारेंगी।
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बसपा ने बिना शर्त मध्य प्रदेश और राजस्थान में कांग्रेस को समर्थन दे दिया
दरअसल अमेठी से राहुल गांधी और रायबरेली से सोनिया गांधी चुनाव लड़ते रहे हैं। इन दोनों सीटों को कांग्रेस के लिए छोड़ दिया गया है। हालांकि सपा सांसद रामगोपाल यादव ने गठबंधन के इस फॉर्मूले को खारिज किया है। आपको बता दें कि हाल ही में हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के दौरान मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में बसपा और कांग्रेस के बीच गठबंधन के प्रयास किए गए थे। हालांकि दोनों दलों के बीच गठबंधन पर बात नहीं बन पाई और बसपा ने छत्तीसगढ़ में अजीत जोगी की पार्टी के साथ गठबंधन कर लिया। इसके अलावा मध्य प्रदेश और राजस्थान में बसपा अकेले ही चुनाव लड़ी। चुनाव के बाद बसपा ने बिना शर्त मध्य प्रदेश और राजस्थान में कांग्रेस को समर्थन दे दिया।
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