पूर्व कानून मंत्री राम जेठमलानी के बेटे महेश जेठमलानी राज्यसभा के लिए मनोनीत
नई दिल्ली। वरिष्ठ वकील महेश जेठमलानी को सोमवार को राज्यसभा के सदस्य के लिए नामित किया गया है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने महेश जेठमलानी को राज्यसभा सदस्य के लिए नामित किया है। बता दें कि महेश जेठमलानी देश के दिग्गज वकील और पूर्व कानून मंत्री राम जेठमलानी के बेटे हैं। महेश जेठमलानी के जूनियर वकील प्रणव बढेका ने बताया कि निश्चित तौर पर महेश जेठमलानी संसद के लिए बेशकीमती साबित होंगे, जिस तरह की कानूनी जानकारी और अनुभव उनके पास है, उसका देश की संसद को लाभ होगा।
बता दें कि राज्यसभा में 12 सदस्यों को राष्ट्रपति द्वारा नामित किया जाता है। बाकी सदस्य अलग-अलग राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश से आते हैं, जिनका चयन अपरोक्ष चुनाव प्रक्रिया के द्वारा होता है। दरअसल मार्च माह में स्वपन दासगुप्ता ने राज्यसभा के सदस्य के पद से इस्तीफा दे दिया था। भारतीय जनता पार्टी की ओर से स्वपन पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में मैदान में थे। इसके अलावा रघुनाथ महापात्रा का कोरोना के चलते निधन हो गया था, जिसके बाद राज्यसभा की दो सीटें रिक्त हो गई थीं।
गौर करने वाली बात है कि महेश जेठमलानी ने मुंबई के सेंट जेवियर कॉलेज से बीए की पढ़ाई की, इसके बाद उन्होंने युनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड से पॉलिटिक्स, फिलॉसोफी एंड इकोनोमिक्स से पढ़ाई की। इसके बाद लंदन में महेश जेठमलानी ने कानून की पढ़ाई की और 1980 में बतौर बैरिस्टर उन्होंने अपनी ट्रेनिंग पूरी की। इसके बाद 12 फरवरी 1981 में वह बार के साथ जुड़ गए। बार में महेश जेठमलानी का 40 साल का अनुभव है, वह हाई प्रोफाइल क्रिमिनल, सिविल केस के लिए जाने जाते हैं। पू्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के दो आरोपियों की ओर से भी महेश जेठमलानी कोर्ट में पेश हो चुके हैं।
इसके अलावा प्रियंवदा बिरला केस में महेश जेठमलानी बिरला की ओर से कोर्ट में आ चुके हैं। मारुती उद्योग केस में भी महेश जेठमलानी हर्षद मेहता की ओर से कोर्ट में बतौर वकील आ चुके हैं। ताजा मामले की बात करें तो मुंबई के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह की ओर से भी वह कोर्ट में पैरवी कर चुके हैं।