CJI के खिलाफ कथित यौन उत्पीड़न का मामला, सुप्रीम कोर्ट ने वकील उत्सव बैंस को भेजा नोटिस
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट के तीन जजों की बेंच ने वकील उत्सव बैंस को नोटिस भेजा है। उत्सव बैंस ने दावा किया था कि सीजेआई रंजन गोगोई को यौन उत्पीड़न मामले में फंसाने की साजिश की जा रही है। उन्होंने कहा था कि इसके बदले 1.5 करोड़ रु की रिश्वत की पेशकश की गई थी। जस्टिस अरुण मिश्रा, जस्टिस रोहिंटन फली नरीमन और जस्टिस दीपक गुप्ता की पीठ ने इस मामले की सुनवाई बुधवार तक के लिए टाल दी है।
चीफ जस्टिस के खिलाफ यौन उत्पीड़न के मामले में वकील बैंस ने बड़ा दावा करते हुए कहा था कि सीजेआई को फंसाने के लिए उन्हें एक बड़ी रकम की पेशकश की गई थी। उत्सव बैंस ने बड़ा दावा करते हुए कहा था कि चीफ जस्टिस रंजन गोगोई को बदनाम करने के लिए उनको रिश्वत देने की कोशिश की गई थी।
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बैंस ने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा कि एक अज्ञात शख्स ने आरोप लगाने वाली महिला ( सुप्रीम कोर्ट की पूर्व कर्मचारी) का प्रतिनिधित्व करने और प्रेस वार्ता आयोजित करने को कहा था, इसके बदले लगभग 1.5 करोड़ रुपए की रिश्वत की पेशकश की थी। वकील ने आगे लिखा, 'जब मैंने इनकार कर दिया तो वह व्यक्ति आसाराम बलात्कार मामले मेरे निशुल्क काम की तारीफ कर रहा था और मेरा रिश्तेदार होने का दावा कर रहा था।
सीजेआई ने आरोपों को बताया था बेबुनियाद
शनिवार को इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट में विशेष सुनवाई हुई थी। इस दौरान सीजेआई रंजन गोगोई ने कहा था कि ऑनलाइन मीडिया में कथित यौन उत्पीड़न के संबंध में लगाये गये आरोप बेबुनियाद हैं। उन्होंने कहा था कि यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली महिला के पीछे कोई बड़ी ताकत है। सुप्रीम कोर्ट के सीजेआई ने कहा था कि न्यायपालिका की स्वतंत्रता खतरे में है और न्यायपालिका को अस्थिर करने की कोशिश की जा रही है। वह महिला क्रिमिनल बैकग्राउंड की है।