मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार संजय राउत को लगा फिर बड़ा झटका, 14 दिनों के लिए बढ़ाई गई न्यायिक हिरासत
मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार शिवसेना सांसद संजय राउत को फिर कोर्ट से बड़ा झटका लगा है। कोर्ट ने उद्धव ठाकरे के करीबी संजय राउत की न्यायिक हिरासत 14 दिनों के लिए बढ़ा दी है
मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार शिवसेना सांसद संजय राउत को फिर कोर्ट से बड़ा झटका लगा है। कोर्ट ने उद्धव ठाकरे के करीबी संजय राउत की न्यायिक हिरासत 14 दिनों के लिए बढ़ा दी है। 1,034 करोड़ रुपये के पात्रा चॉल भूमि घोटाला मामले में छह घंटे से अधिक की पूछताछ के बाद उन्हें 1 अगस्त को प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार किया था।
ईडी ने कहा है कि राउत ने धोखाधड़ी करने में आरोपी की मदद की थी और बदले में 1.06 करोड़ रुपये उनकी पत्नी वर्षा राउत को अलग-अलग तरीकों से डायवर्ट किए गए। केंद्रीय एजेंसी ने संजय राउत को उपनगरीय गोरेगांव में पात्रा चॉल भूमि घोटाले में कथित वित्तीय अनियमितताओं के संबंध में गिरफ्तार किया गया था। इंडिया टुडे के मुताबिक, संजय राउत के दोस्त और मुख्य आरोपी प्रवीण राउत ने कथित तौर पर घोटाले में 112 करोड़ रुपये कमाए।
तीन महीने से है जेल में
ईडी के अनुसार, प्रवीण राउत, राकेश कुमार वधावन और सारंग वधावन ने मिलकर साजिश रची और परियोजना को पूरा किए बिना परियोजना से पैसे निकालने और 672 किरायेदारों के भविष्य को खतरे में डालने की साजिश की। प्रवीण राकेश और सारंग वधावन के साथ गुरुआशीष कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक थे। पात्रा चॉल भूमि घोटाला मामले में शिवसेना सांसद संजय राउत न्यायिक हिरासत में हैं। इससे पहले भी उनकी कस्टडी कई बार बढ़ाई गई है। तीन महीने बाद भी उन्हें बेल नहीं मिली है।
चिट्ठी में किया अहम खुलासा
शिवसेना नेता संजय राउत ने दावा किया है कि उनपर अपनी पार्टी यानि शिवसेना से 'धोखा' देने का दबाव था। उद्धव ठाकरे गुट की शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत मनी लॉन्ड्रिंग केस में पिछले 1 अगस्त से ही जेल में बंद हैं। उन्होंने अपनी गिरफ्तारी के बाद 8 अगस्त को ही अपनी मां को एक चिट्ठी लिखी थी, जिसमें दावा किया था कि वह इसीलिए जेल में हैं, क्योंकि वह अपनी पार्टी को 'धोखा' देने के दबाव के आगे नहीं झुके।
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