संजय राउत ने केंद्र पर साधा निशाना, कहा-ड्रग्स कारोबार के लिए RSS किसे जिम्मेदार ठहराएगा?
नई दिल्ली, अक्टूबर 15: राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के 96वें स्थापना दिवस पर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने सोसायटी में ड्रग्स की बढ़ती खपत पर चिंता व्यक्त की थी। मोहन भागवत के बयान पर शिवसेना नेता संजय राउत ने शुक्रवार को केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि नोटबंदी के समय पीएम मोदी ने कहा था कि नोटबंदी से आतंकवादियों और ड्रग्स माफियाओं को झटका लगेगा, लेकिन यह अभी भी देश में मौजूद है। राउत ने यह भी पूछा कि मौजूदा ड्रग की स्थिति के लिए संघ सुप्रीमो किसे जिम्मेदार ठहराएंगे?

शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि मोहन भागवत की टिप्पणी से पता चलता है कि उन्होंने स्वीकार किया है कि केंद्र सरकार द्वारा दिए गए आश्वासनों और उनके कार्यान्वयन में कुछ गड़बड़ थी। इससे पहले नागपुर में विजयादशमी के अवसर पर अपने वार्षिक संबोधन के दौरान, भागवत ने ड्रग्स सहित कई मुद्दों पर बात की।उन्होंने कहा कि समाज के सभी वर्गों द्वारा ड्रग्स का सेवन किया जा रहा है और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है।
भागवत की टिप्पणी का जिक्र करते हुए संजय राउत ने संवाददाताओं से कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लगातार वादा किया था कि नोटबंदी को लागू करने का उनका फैसला ड्रग्स के कारोबार से जुटाए गए काले धन पर हमला था और जिसका कथित तौर पर देश विरोधी गतिविधियों के लिए इस्तेमाल किया गया था। लेकिन लंबे समय तक ऐसी हिंदुत्ववादी सरकार के सत्ता में रहने के बावजूद, आरएसएस प्रमुख ने आज ड्रग्स और पैसे के उपयोग के बारे में वही चिंता व्यक्त की।
राउत ने आगे कहा कि, हम जानना चाहेंगे कि उनके द्वारा बताई गई इस स्थिति के लिए किसे जिम्मेदार ठहराया जाएगा? केंद्र में कट्टर राष्ट्रवादी सरकार है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री हिंदुत्व विचारधारा के कट्टर समर्थक हैं। लेकिन इसके बावजूद अगर देश में इस तरह का नशा अभी भी हो रहा है, तो इसके लिए आरएसएस प्रमुख किसको जिम्मेदार ठहराएगा? उन्होंने किसी तरह स्वीकार किया है कि केंद्र सरकार के आश्वासनों और क्रियान्वयन में कुछ गड़बड़ है।
कपिल
सिब्बल
ने
आर्यन
खान
को
माना
निर्दोष,
कहा-
लखीमपुर
खीरी
की
घटना
से
हटाया
लोगों
का
ध्यान
देश की तीन लोकसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के बारे में उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी के संसद के दोनों सदनों में कुल 21 सदस्य हैं। हम दादरा, नगर और हवेली के लोकसभा उपचुनाव भी जीतने जा रहे हैं। इसके बाद हमारे पास कुल 22 सांसद होंगे और हम 2024 के आम चुनाव के बाद राष्ट्रीय राजनीति में अहम भूमिका निभाएंगे।