सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश के बाद भड़की हिंसा में एक की मौत
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नई दिल्ली। केरल के सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश के बाद विरोध प्रदर्शन में भड़की हिंसा में एक व्यक्ति की मौत हो गई है। मंदिर में दो महिलाओं के प्रवेश के बाद प्रदेशभर में अलग-अलग जगह पर हिंसक प्रदर्शन हुए, जिसमे एक भाजपा कार्यकर्ता घायल हो गया था। यह घटना पठानमथिट्टा जिले के पंडलाम की है जहां हिंसा के दौरान सबरीमाला कर्म समिति का सदस्य घायल हो गया था, जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जिसके बाद बुधवार को भाजपा कार्यकर्ता की मौत हो गई।
गंभीर चोट के बाद निधन
जानकारी के अनुसार सबरीमाला कर्म समिति का सदस्य चंद्रन उन्नीथन है जोकि संघ परिवार की ओर से समर्थित प्रदर्शन में शामिल था। सबरीमाला एक्शन काउंसिल ने आरोप लगाया है कि इस हमले के पीछे सीपीआई एम के कार्यकर्ताओं का हाथ है। सीपीआई के कार्यकर्ताओं ने ही प्रदर्शन के दौरान हमला कर दिया, जिसकी वजह से चंद्रन को गंभीर चोट आई थी। आपको बता दें कि काउंसिल हिंदू संगठन है जोकि जोकि सुप्रीम कोर्ट के फैसले का विरोध कर रहा है।
कोर्ट ने दिया आदेश
गौर करने वाली बात है कि सुप्रीम कोर्ट ने मंदिर के भीतर सभी उम्र की महिलाओं के प्रवेश की इजाजत दी थी। जिसके बाद लगातार इस फैसले का हिंदूवादी संगठन विरोध कर रहे है। भारतीय जनता पार्टी ने भी कोर्ट के फैसले का विरोध किया है और प्रदर्शनकारियों के साथ दे रही है। काउंसिल ने भाजपा कार्यकर्ता की मौत के बाद गुरुवार को काला दिवस मनाने की बात कही है।
बोर्ड के अध्यक्ष ने किया विरोध
आपको बता दें कि मंदिर के भीतर बिंदू और कनकदुर्गा नाम की दो महिलाओं ने प्रवेश किया था, जिसके बाद प्रदेशभर में विरोध प्रदर्शन होने लगा था। मंदिर में महिलाओं के प्रवेश के बाद मंदिर का शुद्धिकरण किया गया था। मंदिर के मुख्य पुजारी ने महिलाओं के प्रवेश के बाद एक घंटे के लिए मंदिर को शुद्ध करने के लिए बंद कर दिया था। जिसके बाद त्रावणकोर देवास्वोम बोर्ड के अध्यक्ष ए पद्मकुमार ने बताया कि हम पुजारी के इस फैसले के खिलाफ हैं। मंदिर बंद करने से पहले उन्हें बोर्ड को जानकारी देनी चाहिए थी। लेकिन उन्होंने बताने की बजाए मुझे फोन किया और कहा कि मंदिर शुद्धिकरण के लिए बंद रहेगा, जिसके बाद फोन रख दिया।