राष्ट्रपति चुनाव: मुलायम का बड़ा ऐलान, RSS ने भी मारी एंट्री
देश के अगले राष्ट्रपति चुनाव के लिए उम्मीदवार की चर्चा में आरएसएस हुआ शामिल, मुलायम सिंह ने की समर्थन की पेशकश
नई दिल्ली। राष्ट्रपति चुनाव की तारीखों के नजदीक आने के साथ ही इसके उम्मीदवार को लेकर खींचतान तेज हो गई है। राष्ट्रपति चुनाव में सत्ताधारी दल भाजपा का एनडीए गठबंधन काफी मजबूत स्थिति में है। लेकिन अब उम्मीदवार के चयन की प्रक्रिया में आरएसएस ने भी अपनी भागीदारी शुरु कर दी है। राष्ट्रपति चुनाव के लिए उम्मीदवार की घोषणा से ठीक पहले आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बाद सबसे अहम नेता भैय्याजी जोशी के अस्वस्थ्य होने की वजह से दत्तात्रेय होसबोले और कृष्ण गोपाल इस प्रक्रिया में हिस्सा ले रहे हैं।
आरएसएस भी शामिल हुआ चर्चा में
सूत्रों की मानें तो राष्ट्रपति की रेस से अभी भी आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का नाम बाहर नहीं हुआ है। मोहन भागवत शुक्रवरा को दिल्ली में थे और उन्होंने राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी मुलाकात की थी, इससे पहले भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने भी नागपुर में मोहन भागवत से मुलाकात की थी। लेकिन दिल्ली से मोहन भागवत के जाने के बाद भी कृष्ण गोपाल अभी भी दिल्ली में जमे हुए हैं, माना जा रहा है कि भाजपा के शीर्ष नेताओं राजनाथ सिंह, वेंकैया नायडू, अरुण जेटली से मुलाकात करेंगे।
शाह ने किया है कमेटी का गठन
आपको बता दें कि राष्ट्रपति के उम्मीदवार के चयन के लिए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने एक कमेटी का गठन किया है जिसमें जेटली, राजनाथ सिंह और वेंकैया नायडू शामिल है और ये तीनों नेता तमाम दलों के नेताओं से इस बाबत मुलाकात कर रहे हैं। इन तीन नेताओं के अलावा सुषमा स्वराज और नितिन गडकरी को भी उनकी सहूलियत के हिसाब से इस प्रक्रिया में अपना सहयोग देने के लिए कहा गया है।
पीएम मोदी लगाएंगे अंतिम मुहर
हालांकि आरएसएस ने इस तरह की तमाम संभावनाओं को खारिज किया है कि उसने किसी भी तरह का नाम दिया है, हालांकि पार्टी तमाम लोगों के सुझाव के बाद जिस नाम को लेकर आगे आएगी हम उसको अपना समर्थन देंगे। राष्ट्रपति चुनाव के लिए मुरली मनोहर जोशी, सुषमा स्वराज, सुमित्रा महाजन, सहित वेंकैया नायडू का नाम भी चर्चा में है। बहरहाल माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही अंतिम नाम पर अपनी मुहर लगाएंगे।
मुलायम ने समर्थन के लिए रखी शर्त
एक तरफ जहां इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के नाम को भी भाजपा अगले राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए आगे बढ़ा सकती है। लेकिन इन सबके के बीच पूर्व सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने भी बड़ा बयान देते हुए कहा कि वह राष्ट्रपति चुनाव के लिए एनडीए को अपना वोट दे सकते हैं, इसके लिए उन्होंने भाजपा के सामने एक शर्त रखी है। उन्होंने शर्त रखी है कि अगर भाजपा किसी ऐसे उम्मीदवार के नाम के साथ आगे आती है जो कट्टर हिंदूवादी चेहरा नहीं हो तो वह उसे अपना समर्थन देंगे।
मुलायम से की थी भाजपा नेताओं ने मुलाकात
आपको बता दें कि केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह और वेंकैया नायडू ने शुक्रवार को मुलायम सिंह से इस बाबत मुलाकात की थी, माना जा रहा है कि इस मुद्दे पर दोनों ही नेता तमाम दलों की एक राय बनाने की कोशिश कर रहे हैं और वह काफी हद तक इसमे सफल भी हुए हैं। मुलायम से मुलाकात के बात सूत्रों की मानें तो उन्होंने अखिलेश के कामकाज को लेकर अपनी चिंता जाहिर की और उन्होंने कांग्रेस को लेकर अपनी चिंता भी इस बैठक में जाहिर की है।