अब आरएसएस की वजह से टेंशन में राहुल गांधी
नई दिल्ली (विवेक शुक्ला)। 1948 में महात्मा गांधी की हत्या करने वाला नाथूराम गोडसे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का सदस्य था। इसीलिये गांधी जी की हत्या के बाद इस संगठन पर प्रतिबंध लगा। उसके बाद इमरजेंसी और फिर 1992 में बाबरी विध्वंस के दौरान। बार-बार प्रतिबंधित किये जाने वाले इसी आरएसएस ने अब कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का टेंशन बढ़ा दिया है।
जी हां हाल ही में जिस आरएसएस की विचारधारा को राहुल गांधी ने महात्मा गांधी की हत्या का जिम्मेदार ठहराया था, उसी आरएसएस से जुड़ने के लिये देश लालायित है। जी हां नरेंद्र मोदी की सरकार बनने के बाद से देश में आरएसएस के सदस्यों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है।
इंटरनेट के माध्यम से जुड़ रहे लोग
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से आनलाइन जुड़ने वालों की तादाद में तेजी से इजाफा हो रहा है। इसकी वजह केन्द्र में भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार है या कोई अन्य कारण, अभी यह बात साफ तौर से नहीं कही जा सकती।
जानकारों ने बताया कि एनडीए सरकार के विगत 26 मई को पदभार ग्रहण करने के बाद रोज औसत 17 हजार लोग इससे आनलाइन जुड़ चुके हैं। सबसे अहम बात यह है कि संघ से जुड़ने वाले लोग पूरे देश से हैं, न कि किसी खास प्रांत से।
संघ से आनलाइन जुड़ने वालों की तादाद में अप्रत्याशित वृद्धि के बाद संघ ने राजधानी में केंद्रीय सूचना केन्द्र स्थापित किया है। इसके माध्यम से कोई भी संघ से संबंध स्थापित कर सकता है। संघ से जुड़ने को लेकर इस बढ़ते उत्साह पर वरिष्ठ संघ कार्यकर्ता प्रदीप गुप्ता ने कहा कि यह तो होना ही था।
जमकर बदनाम किया गया
केन्द्र में मोदी सरकार के गठन के बाद देश की जनता को समझ आ रहा है कि संघ तो विशुद्ध राष्ट्रवादी संगठन है। इसको बदनाम करने के लिए मिथ्या प्रचार किया जाता रहा है। अब संघ के कामकाज और इतिहास को लेकर जिज्ञासा भी आम देश वासी के अंदर बढ़ रही है।
क्यों जुड़ रहे हैं लोग
दिल्ली के एक युवा बिजनेसमेन संजय वधावन हाल ही में संघ से आनलाइन जुड़ गए हैं। उन्होंने बताया कि वे इसलिए जुड़े क्योंकि उन्हें लगा कि इसे तो यूं ही बदनाम करने की चेष्टा की गई है। इससे जुड़े लोग तो हर प्राकृतिक आपदा के वक्त सबसे आगे रहकर पुनर्वास का काम करते हैं।
आईटी प्रोफेशनल्स जुड़े
इस बीच, देश के आईटी पेशेवरों और मैनजमेंट की दुनिया से जुड़े लोगों के बीच अपनी पहचान बनाने के लिए संघ ने शाखा की स्थापना की है। इससे भी काफी तेजी से आई टी और मैनेजमेंट पेशेवर जुड़ते जा रहे हैं।
क्या कहते हैं भाजपा नेता
इस बीच, उड़ीसा भाजपा नेता श्री अशोक साहू ने कहा कि संघ की विचारधारा राष्ट्रीयता है और इस विचारधारा को देश की आम जनता स्वीकार कर रही है। यह देश की उन्नति के लिए शुभ संकेत है।
राहुल गांधी का टेंशन
मोहन भागवत का उद्देश्य देश के चप्पे-चप्पे में लोगों को संघ की विचारधारा से अवगत कराना है। जाहिर है ऐसा होने पर सबसे ज्यादा टेंशन राहुल गांधी का बढ़ेगा।