रोहिंग्या शरणार्थियों को EWS फ्लैट्स में ट्रांसफर करने का फैसला स्वागत योग्य: हरदीप सिंह पुरी
नई दिल्ली, 17 अगस्त: केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी के मुताबिक सरकार अब रोहिंग्या शरणार्थियों को दिल्ली में बने आर्थिक कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) के प्लैट्स में ट्रांसफर करेगी। मंत्री ने इस फैसले पर ट्वीट कर खुशी जताई है। इन फ्लैट्स को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाएगा और वहां पर दिल्ली पुलिस उनको सुरक्षा उपलब्ध करवाएगी।
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पुरी ने ट्वीट कर लिखा कि भारत ने हमेशा उन लोगों का स्वागत किया है जिन्होंने देश में शरण मांगी है। एक ऐतिहासिक निर्णय के तहत सभी रोहिंग्या शरणार्थियों को दिल्ली के बक्करवाला क्षेत्र में ईडब्ल्यूएस फ्लैटों में स्थानांतरित कर दिया जाएगा। उन्हें बुनियादी सुविधाएं, यूएनएचसीआर आईडी और चौबीसों घंटे सुरक्षा प्रदान की जाएंगी।
न्यूज एजेंसी ANI की रिपोर्ट के मुताबिक टेंट में रहने वाले लगभग 1100 रोहिंग्याओं को बुनियादी सुविधाओं और 24 घंटे सुरक्षा से लैस फ्लैटों में स्थानांतरित किया जाएगा। राष्ट्रीय राजधानी में रोहिंग्याओं के आवास पर एक उच्च स्तरीय बैठक के बाद ये निर्णय लिया गया था। बैठक की अध्यक्षता दिल्ली के मुख्य सचिव ने की और इसमें दिल्ली सरकार, दिल्ली पुलिस और गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे। जुलाई के अंतिम हफ्ते हुई इस बैठक में आग लगने की घटना के बाद मदनपुर खादर इलाके में रोहिंग्याओं के स्थाननांतरण पर चर्चा हुई थी। उनके टेंटों का किराया 7 लाख रुपये प्रतिमाह था, जो दिल्ली सरकार वहन कर रही थी। अब इन शरणार्थियों को बाहरी दिल्ली के बक्करवाला गांव में नई दिल्ली नगर परिषद (एनडीएमसी) के फ्लैटों में स्थानांतरित किया जाएगा। वहां ईडब्ल्यूएस श्रेणी के कुल 250 फ्लैट हैं।
बांग्लादेश की पीएम शेख़ हसीना ने कहा- ड्रग्स और महिला तस्करी में शामिल हैं कई रोहिंग्या मुसलमान
कोरोना
के
वक्त
आइसोलेशन
सेंटर
बने
आपको
बता
दें
कि
जब
कोरोना
महामारी
अपने
चरम
पर
थी,
तो
सरकार
ने
इस
फ्लैट्स
को
आइसोलेशन
सेंटर
में
बदल
दिया
गया
था।
अब
इनका
इस्तेमाल
रोहिंग्या
को
शरण
देने
में
किया
जाएगा।
अधिकारियों
के
मुताबिक
इन
फ्लैटों
में
स्थानांतरित
किए
जाने
वाले
सभी
रोहिंग्या
शरणार्थी
संयुक्त
राष्ट्र
उच्चायुक्त
(यूएनएचसीआर)
की
विशिष्ट
आईडी
रखते
हैं
और
उनका
विवरण
रिकॉर्ड
में
है।